मराठियों ने धोखा दिया-बाल ठाकरे

शनिवार, 24 अक्टूबर 2009 (13:50 IST)
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन से खिसियाए शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे ने शनिवार को कहा कि यह ‘बाहरी’ नहीं, बल्कि मराठी मानूस’ ही है, जिसने उनकी पार्टी को दगा दिया।

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ठाकरे ने एक अंग्रेजी अखबार की हेडलाइन का हवाला दिया-‘एमएनएस गिव्ज राज ए हैंड’ राज ठाकरे नीत एमएनएन ने कांग्रेस को सत्ता पर पकड़ बनाए रखने में मदद की। उन्होंने कहा यह शीर्षक सारी बात कह देती है।

शिवसेना सुप्रीमो ने आश्चर्य जताया कि आखिर ‘मराठी मानूस’ ने उनकी पार्टी को वोट क्यों नहीं दिया। ठाकरे ने कहा-मुझे इसकी कोई उम्मीद नहीं है कि इस लेख का भी आपकी सोच पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

वे निराश लहजे में कहते हैं-वास्तव में मैंने सभी चीजों में भरोसा खो दिया है, महाराष्ट्रवासियों और भगवान में भी। यह बयान देने में मुझे बहुत दुःख हो रहा है, लेकिन सच्चाई छिपाने और खुद को धोखा देने की मेरी कोई इच्छा नहीं है।

भाजपा के साथ गठबंधन कर 1995 से 1999 तक महाराष्ट्र में राज करने वाली शिवसेना इस बार विधानसभा चुनाव में चौथे स्थान पर सरक गई। उसने 169 सीटों पर चुनाव लड़ा और महज 44 स्थानों पर जीत पाई।

ठाकरे ने तमिलनाडु में जयललिता और एम. करुणानिधि की पार्टियों, गुजरात में नरेंद्र मोदी और उड़ीसा में नवीन पटनायक की सफलता का जिक्र करते हुए कहा-ऐसा लगता है कि मराठी मानूस अब भी अक्लमंद नहीं हो पाया है और उनका दिमाग मृत है।

उन्होंने कहा- मैंने अपना गुस्सा दूर करने के लिए भड़ास निकाल रहा हूँ। मैंने आपके लिए अपने जीवन के 44 साल दिए। मैं नहीं जानता कि मैंने क्या अपराध किए और कहाँ मैं गलत हुआ।

शिवसेना सुप्रीमो ने ऐलान किया कि अगर महाराष्ट्रवासियों का मृत दिमाग फिर से जिंदा नहीं होने जा रहा है तो मैं खुद को पीड़ा में क्यों डालूँ।

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