येदि देंगे इस्तीफा, पसंद का होगा उत्तराधिकारी

शनिवार, 30 जुलाई 2011 (23:14 IST)
FILE
भाजपा नेतृत्व के साथ गतिरोध के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने शनिवार को कहा कि वे कल मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देंगे। उन्होंने यह घोषणा इस बात के संकेत के बीच की कि अपने उत्तराधिकारी के चयन में उनका दखल होगा।

68 वर्षीय येदियुरप्पा ने नए सिरे से यह बात पार्टी नेतृत्व के निर्देशों के अनुसार कही है, जिसने कड़ा रुख अपनाया है। उधर, पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक अरुण जेटली और राजनाथसिंह येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी को चुनने के लिए गहन विचार-विमर्श में लगे हुए हैं।

पार्टी सूत्रों के अनुसार नए मुख्यमंत्री के चयन में येदियुरप्पा का दखल होगा, लेकिन पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व ने उन्हें साफ कर दिया कि पार्टी की राज्य इकाई का अध्यक्ष बनाने की उनकी मांग स्वीकार्य नहीं है। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री पद के लिए नाम का मुद्दा अभी खुला हुआ है और केंद्रीय पर्यवेक्षकों जेटली, राजनाथ और येदियुरप्पा खेमे के बीच बातचीत जारी है।

कौन होगा उत्तराधिकारी : येदियुरप्पा ने कथित तौर पर कुछ नाम सुझाए हैं और कहा है कि जब तक इस पैनल से विकल्प को चुना जाता है तब तक वह आपत्ति नहीं व्यक्त करेंगे। ऐसा समझा जाता है कि उन्होंने तीन नाम सुझाए हैं। येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी के तौर पर जिन नामों की चर्चा है उनमें भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष केएस ईश्वरप्पा, लोकसभा सांसद सदानंद गौड़ा, मंत्री जगदीश शेट्टर, शोभा करंदलाजे, सुरेश कुमार एस. और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद अनंत कुमार का नाम शामिल है।

इस पद से वे इस्तीफा देंगे अथवा नहीं इसको लेकर लगाई जा रही अटकलों पर विराम देने के प्रयास के तहत येदियुरप्पा ने प्रेस को बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि वे 31 जुलाई को पद छोड़ेंगे।

येदियुरप्पा के आवास के बाहर उनके वफादार मंत्री बसवराज बोम्मई ने मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर वाला बयान मीडिया के समक्ष पढ़ा जिसमें कहा गया है कि उन्होंने गुरुवार को ही बयान जारी किया था कि वे पार्टी संसदीय दल और भाजपा के केंद्रीय नेताओं के निर्देश के अनुसार 31 जुलाई को इस्तीफा देंगे।

उन्होंने कहा कि उस वक्तव्य के बावजूद अब भी मीडिया जनता को गुमराह कर रही है कि मैं (येदियुरप्पा) इस्तीफा नहीं दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि इसलिए मैं एक बार फिर स्पष्ट कर रहा हूं कि 31 जुलाई 2011 को दोपहर में इस्तीफा सौंपने जा रहा हूं।

यह पूछे जाने पर कि क्या येदियुरप्पा की मांगों को पार्टी आला कमान ने मान लिया है तो जल संसाधन मंत्री बोम्मई ने कहा कि मुख्यमंत्री की बंद कमरे में भाजपा के शीर्ष नेताओं अरुण जेटली और राजनाथसिंह के साथ बैठक हुई और उन्हें नहीं पता है कि उनके बीच क्या बातचीत हुई।

बोम्मई ने अपने बयान में कहा कि लेकिन निश्चित तौर पर बातचीत सही दिशा में और सकारात्मक तरीके से चल रही है। समाधान निकाल लिया जाएगा। इसे मुख्यमंत्री द्वारा अपने रुख में नरमी लाए जाने के तौर पर देखा जा रहा है।

बनें रहेंगे ईश्वरप्पा : सूत्रों ने बताया कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने येदियुरप्पा को स्पष्ट कर दिया है कि चूंकि राज्य में कौन अगला मुख्यमंत्री होगा इसमें उनकी बात चलेगी, इसलिए वे खुद पार्टी की प्रदेश इकाई का अध्यक्ष बनने की मांग को छोड़ देंगे। इसका मतलब यह होगा कि ईश्वरप्पा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे।

अशुभ घड़ी खत्म होते ही इस्तीफा : येदियुरप्पा के करीबी सूत्रों ने बताया कि उन्होंने राज्यपाल हंसराज भारद्वाज से अपराह्न एक बजे के बाद मुलाकात का समय मांगा है। उस समय ज्योतिष कैलेंडर के अनुसार अशुभ घड़ी खत्म हो जाएगी। इसके बाद वह इस्तीफा देंगे। सूत्रों ने बताया कि येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी के संबंध में तस्वीर कल ही साफ होगी। भाजपा विधायक दल की बैठक को बुलाने का समय अभी तय नहीं किया गया है।

भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष के एस ईश्वरप्पा ने संवाददाताओं से कहा कि केंद्रीय नेता जेटली, सिंह और धर्मेंद्र प्रधान पार्टी के सभी 121 विधायकों की राय जानने की प्रक्रिया में हैं। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि कल हमारे नए नेता का चुनाव होगा। एक सवाल के जवाब में ईश्वरप्पा ने कहा कि केंद्रीय नेता येदियुरप्पा को ‘सही पद’ देने के लिए चर्चा करेंगे।

कुछ विधायकों ने राय जाहिर की कि येदियुरप्पा को पार्टी की प्रदेश इकाई का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम पार्टी के केंद्रीय नेताओं के फैसले का पालन करेंगे। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें