महिला पहलवानों ने छू लिया आसमाँ

शनिवार, 9 अक्टूबर 2010 (00:48 IST)
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भारतीय महिला पहलवानों ने 19वें कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना दबदबा कायम रखते हुए कामयाबी का आसमाँ छू लिया है। अनीता और अलका ने महिला कुश्ती प्रतियोगिता में तिरंगा बुलंद करते हुए स्वर्ण पदक जीत लिया जबकि बबीता ने रजत पदक हासिल किया।

केडी जाधव कुश्ती स्टेडियम में अलका तोमर ने 59 किग्रा वर्ग में कनाडा की ही तोन्या वर्बीक को 3-2 से हराकर भारत को दिन का पहला स्वर्ण दिलाया जबकि अनीता ने 66 किग्रा वर्ग में कनाडा की मेगन बायडेंस को 4-1 से पटखनी देते हुए स्वर्ण जीत लिया लेकिन बबीता कुमारी को 51 किग्रा वर्ग में नाईजीरिया की इफोमा क्रिस्टियाना से 4-7 से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

भारत ने इस तरह कॉमनवेल्थ गेम्स के महिला कुश्ती प्रतियोगिता में अपना दबदबा बनाते हुए कुल तीन स्वर्ण, दो रजत और एक काँस्य पदक जीते।

वर्ष 2005 में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में काँस्य पदक जीतने वाली अनीता ने पहले राउंड के 59वें सेकंड में एक अंक जुटाया और फिर दूसरे राउंड के 46वें सेकंड में मेगन को पटखनी देते हुए पूरे तीन अंक जुटा लिए। स्पर्द्धा का काँस्य पदक नाईजीरिया की इफोमा इएंचो के खाते में गया।

अलका ने अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए 59 किग्रा स्पर्द्धा का स्वर्ण जीत लिया। उन्होंने फाइनल में कनाडा की वर्बीक को पहले ही राउंड में 3-2 से चित करते हुए सोने का तमगा हथिया लिया। भारतीय पहलवान ने पहला अंक 41वें सेकंड में जुटाया। हालाँकि कनाडाई पहलवान ने दो अंक जुटाते हुए जोरदार वापसी की और स्कोर 2-1 कर दिया।

लेकिन वर्ष 2006 में विश्व चैंपियनशिप में काँस्य और 2005 में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली अलका ने इसके बाद कनाडाई पहलवान को चित कर दिया। स्पर्द्धा काकाँस्य पदक नाईजीरिया की टी रिचर्ड को मिला।

बबीता से भी भारत को स्वर्ण की उम्मीद थी लेकिन 51 किलोग्राम भारवर्ग उनके हाथ रजत ही आया। बबीता को नाईजीरिया की इफोमा ने 7-4 से हराकर स्वर्ण पदक से वंचित कर दिया। भारतीय पहलवान पहले राउंड में कोई अंक नहीं जुटा पाई और 0-2 से पिछड गई।

दूसरे राउंड में बबीता ने जबर्दस्त वापसी करते हुए चार अंक जुटाए लेकिन अफ्रीकी पहलवान ने भी पाँच अंक बनाते हुए स्वर्ण पदक पक्का कर लिया1 स्पर्द्धा काकाँस्य पदक कनाडा की जैसिका मैकडोनाल्ड को मिला। (वार्ता)

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