बहरहाल, शहर के सरकारी अस्पतालों के परिसरों में शवों पर चींटियां चढ़ने का यह कोई पहला मामला नहीं है। पिछले साल जून में जिला अस्पताल में कथित लापरवाही से तीन दिन की बच्ची की मौत हो गई और पोस्टमॉर्टम के लिए मुर्दाघर में रखे उसके शव को चींटियां अपना निवाला बनाती रहीं थीं। (भाषा)