पिटाई से तंग होकर उठाए हथियार

बुधवार, 4 जनवरी 2012 (07:55 IST)
विजय और रतन यादव से दुश्मनी के कारण कैलाश कुम्हार और उसका भाई रामू कुम्हार जब चाहे मारते-पीटते थे, क्या करते तंग हो गए थे। इसलिए पहले कैलाश पर गोलियां चलाईं फिर बिट्टू की हत्या में शामिल हो गए। ये कहना है गोरखपुर व्यापारी संघ अध्यक्ष बिट्टू मिनोचा हत्याकांड के मुख्य आरोपियों से एक कपिल चौकसे का, जिसे गत दिवस क्राइम ब्रांच और गोरखपुर पुलिस ने नरसिंहपुर से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कपिल को फरारी के दौरान संरक्षण देने वाले उसके मौसा को भी गिरफ्तार किया है जिसके कब्जे से एक कट्टा जब्त हुआ है।


गौरतलब है कि 27 नवंबर की रात गोरखपुर व्यापारी संघ अध्यक्ष बिट्टू मिनोचा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में विजय यादव, रतन यादव, कपिल चौकसे, प्रशांत सबलोक, मनीष पटैल को मुख्य आरोपी बनाया था। इसके अलावा हत्या के षड्यंत्र और आरोपियों को संरक्षण देने के आरोप में दशरथ पटैल, शैंकी मिश्रा, विपिन नामदेव को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि विक्की और बाबा सोनकर अभी तक फरार हैं।


एडीशनल एसपी सत्येन्द्र शुक्ला ने बताया कि सीएसपी गोरखपुर राजेश तिवारी व थाना प्रभारी आरएस परमार की टीमें लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी रहीं। श्री शुक्ला के अनुसार बीती शाम मुखबिर से सूचना मिली थी कि कपिल चौकसे (25) अपने मौसा के नरसिंहपुर ग्राम खुरपा में छिपा हुआ है। जिसकी तलाश में क्राइम ब्रांच और गोरखपुर पुलिस के दल ने नरसिंहपुर पहुंचकर कपिल को गिरफ्तार कर लिया। श्री शुक्ला ने बताया कि कपिल को संरक्षण देने के आरोप में उसके मौसा सुंदरलाल राय को धारा 212, 216 के तहत गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा पुलिस अन्य आरोपियों की सरगर्मी से तलाश कर रही है जिनके जल्द गिरफ्तार होने की संभावना है।


पुरस्कृत होगी टीम

सीएसपी गोरखपुर राजेश तिवारी ने बताया कि कपिल चौकसे पर पुलिस कप्तान संतोष कुमार सिंह ने 15 हजार रुपयों का इनाम घोषित किया था। जिसे पकड़ने वाली टीम के टीआई आरएस परमार, एसआई हेमंत यादव, रवि मिश्रा, प्रधान आरक्षक मृदुलेश, विशाल सिंह, कपूर सिंह, आरक्षक साजी मथाई, अजय जैन, केशव मिश्रा, सुशील पांडे, बलराम पांडे, राजेश शर्मा, सत्यसेन, राजेश पांडे, शफीक, शेषनारायण, ब्रह्मप्रकाश, अरुण व्यास को पुरस्कृत किया जाएगा।

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