प्रशासन ने दी इज्तिमा की सशर्त अनुमति

बुधवार, 7 मार्च 2012 (01:15 IST)
शहर के इमलीपुरा क्षेत्र में होने वाले इज्तिमा को प्रशासन की सशर्त अनुमति मिलने से विरोधी खेमे की भौंहें तन गई हैं। आयोजन के लिए सुन्नाी बरेलवी एहले सुन्नातवल जमात ने शुक्रवार को रैली निकालकर विरोध जताने का ऐलान किया है। मंगलवार को शहर आलम मौलाना शरफुद्दीन कादरी के नेतृत्व में जमात के लोगों ने कलेक्टर से चर्चा कर उन्हें अपनी भावनाओं से अवगत करवाया। इसके पूर्व समाज के फकरी बाग में सालगिरह के उपलक्ष्य में पौधारोपण भी किया गया।


शहर में तबलीगी वहाबी इज्तिमा (धार्मिक सम्मेलन) को लेकर मुस्लिम समुदाय दो खेमों में बँट गया है। एक खेमा शूरा तब्लीगी जमात इमलीपुरा क्षेत्र में 19 एवं 20 मार्च को इज्तिमा की तैयारी में जुटा है, वहीं सुन्नाी बरेलवी एहले सुन्नातवल जमात इसकी खिलाफत कर रहा है। दोनों खेमों में आयोजन स्थल को लेकर विवाद की स्थिति बन गई है। प्रशासन ने कानून-व्यवस्था की दृष्टि सहित अन्य कारणों से 3 मार्च को इज्तिमा की अनुमति निरस्त कर दी थी। इस पर पुनर्विचार के लिए आयोजक खेमा रैली निकालकर कलेक्टोरेट पहुँचा था। यहाँ सिटी मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधीक्षक से चर्चा कर आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से किसी को भावना को ठेस पहुँचाए बगैर प्रशासन के निर्देशानुसार आयोजित करने का आश्वासन दिया था। इज्तिमा शकर तालाब में होने से विरोधी खेमे को ऐतराज था। शकर तालाब का आधा हिस्सा नजूल का तथा आधा निजी होने से प्रशासन ने सरकारी जमीन पर किसी प्रकार के आयोजन पर पाबंदी लगा दी है। साथ ही निजी जमीन पर भूस्वामी की अनुमति से कार्यक्रम आयोजित करने के लिए विभिन्ना शर्तों के साथ अनुमति देने की रणनीति बनाई है।


अपर कलेक्टर की ओर से जारी सशर्त अनुमति में छैगाँवमाखन के लिए अनुमति दी गई है लेकिन आयोजकों को इस पर आपत्ति है। वे शकर तालाब की निजी जमीन पर अनुमति माँग रहे हैं। इमलीपुरा की ओर से इज्तिमा में आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। परीक्षा के दौरान और रात 10 बजे बाद माईक प्रतिबंधित रहेगा। कार्यक्रम में आने वालों का पंजीयन करवाने के निर्देश दिए हैं। भाषण एवं अन्य गतिविधियों से किसी भी भावना आहत होने पर अनुमति रद्द करने की चेतावनी भी दी गई है। ऐसी ही कई शर्तों के साथ अनुमति दी गई है।


इमलीपुरा सुन्नाी बरेलवी एहले जमात बाहुल्य क्षेत्र होने से सुन्नाी जमात द्वारा यहाँ इज्तिमा का विरोध जताया जा रहा है। मंगलवार को सुन्नाी जमात के लोगों ने कलेक्टर कवींद्र कियावत से भेंट कर विरोध दर्ज करवाया। शहर आलिम मौलाना शरफुद्दीन कादरी ने कहा कि तबलीगी वहाबी जमात एवं सुन्नाी जमात के धार्मिक प्रचार में अंतर होने से विवाद की आशंका बनी रहती है। इसे देखते हुए भी आयोजन की अनुमति देने से विवाद हो सकता है। शहर में शांति व्यवस्था कायम रहे इसलिए इस आयोजन का स्थान परिवर्तन आवश्यक है। शुक्रवार को सुन्नाी बरेलवी एहले सुन्नातवल जमात ने अपनी भावना से प्रशासन को अवगत कराने के लिए रैली निकालकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपने का ऐलान किया है।


अपर कलेक्टर श्री भोंसले ने बताया कि इज्तिमा की अनुमति छैगाँवमाखन के लिए सशर्त दी गई है। आयोजक शकर तालाब में कार्यक्रम चाहते हैं, वहीं एक गुट इसका विरोध कर रहा है। इस संबंध में विचार-विमर्श उपरांत आवश्यक कदम उठाया जाएगा। -निप्र

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