मप्र महिला आयोग की सदस्यों ने शहर पहुँचकर सर्किट हाऊस में जिले में महिलाओं से संबंधित शिकायतों का निराकरण किया।
शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे सदस्य सुश्री ज्योति येवतीकर एवं स्नेहलता उपाध्याय ने अपना दरबार लगाया जो शाम तक चला। इस दौरान महिलाओं के साथ हुए अत्याचार संबंधी प्रकरण सुने गए। शिकायतों में सबसे ज्यादा घरेलू हिंसा, दहेज हत्या एवं कार्यस्थल पर प्रताड़ना के मामले सामने आए। इनमें दोनों पक्षों को आपस में बैठाकर समझाइश दी गई। इस दौरान अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित हुए। सुश्री येवतीकर ने चर्चा के दौरान बताया कि जिले में दो दिनों तक समस्याओं का निराकरण किया जाएगा जिसमें प्रथम दिवस 25 शिकायतें हैं तथा शनिवार को 21 शिकायतों को निराकरण के साथ समझाइश दी जाएगी। उन्होंने थाने में झूठी शिकायतें दर्ज कराने के संबंध में कहा कि महिला शादी के बाद अपना पूरा जीवन पति के साथ ही बिताना चाहती है लेकिन प्रताड़ना के चलते ही केस दर्ज कराती है। शिकायतों में कार्यस्थल पर प्रताड़ना की 5, अपहरण की 3, दहेज हत्या व प्रताड़ना की 5, घरेलू हिंसा की 6, संपत्ति विवाद की 1, भरण-पोषण की 1, बच्चों से संबंधित 1 तथा अन्य 3 शिकायतों की सूची बनाई है।