खरीफ फसल की कटाई के बाद अब किसानों ने रबी सत्र के लिए कमर कस ली है। खेतों में रबी की फसल गेहूंॅ, चना, सरसों, अलसी, मटर सहित औषधीय फसलों की बोवनी प्रारंभ हो गई है। कृषि विभाग ने इस साल कुल 1 लाख 70 हजार 800 हेक्टेयर में रबी फसल बोवनी का लक्ष्य रखा है। वहीं किसान इस लक्ष्य के अनुरूप अब तक 47 हजार 310 हेक्टेयर में बोवनी कर चुके हैं।
कृषि विभाग ने इस साल रबी की फसल बोवनी को लेकर सारी व्यवस्थाएंॅ जुटाना भी प्रारंभ कर दी हैं। विभाग ने 55 हजार 500 मेट्रिक टन उर्वरक वितरण का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से अब तक 24 हजार 691 मेट्रिक टन उर्वरक का भंडारण किया जा चुका है। जबकि 16 हजार 500 मेट्रिक टन उर्वरक वितरित हुआ है। इधर किसानों ने खेतों में खेत हांकने, दवाई छिड़काव व बीजारोपण सहित अन्य कार्य प्रारंभ कर दिए हैं।
खाद व बीज का भी किया भंडारण
विभागीय अधिकारियों के अनुसार नीमच व रतलाम रेक पॉइंट से विभाग ने खाद का भंडारण किया है। इसमें नीमच से 1500 मेट्रिक टन डीएपी, 400 मेट्रिक टन पोटाश, रतलाम से 500 मेट्रिक टन यूरिया व 200 मेट्रिक टन 20.20.0 खाद का भंडारण किया है। इसी प्रकार कुल 29 हजार 361क्विंटल रबी फसलों के बीज वितरण का लक्ष्य रखा है। इसमें से अब तक 11 हजार 682 क्विंटल बीज का भंडारण किया गया है।
गेहूँ में जिंक सल्फेट डालने की सलाह
कृषि विशेषज्ञों ने गेहूँ की फसल में जिंक सल्फेट खाद डालने की सलाह किसानों को दी है। विशेषज्ञों के अनुसार 25 किग्रा. प्रति हेक्टेयर के मान से इस खाद का उपयोग किसानों करना चाहिए। इससे गेहूंॅ फसल की उत्पादकता में बढ़ोतरी होगी। कृषि विभाग इसके लिए किसानों को अनुदान भी दे रहा है।-निप्र
दे रहे मार्गदर्शन
-रबी फसल की बोवनी को लेकर प्रयास शुरू कर दिए हैं। मैदानी अमला किसानों से संपर्क कर उन्हें उचित मार्गदर्शन भी दे रहा है। उर्वरक, खाद, बीज सहित अन्य सभी व्यवस्थाएँ पूरी कर ली हैं। - ज्ञानसिंह मोहनिया, उपसंचालक कृषि, मंदसौर