साइबर कैफे में बन रहीं थीं फर्जी अंकसूचियां

बुधवार, 8 फ़रवरी 2012 (15:33 IST)
नगर के एक साइबर कैफे से पुलिस ने सैकड़ों नकली ड्राइविंग लायसेंस, अंकसूची, संविदा शिक्षक की मार्कशीट, रेलवे के मासिक पास, पासपोर्ट व नकली बिजली बिल जब्त किए हैं। साइबर कैफे का संचालक एक शिक्षक का बेटा है, जो पिछले दो- तीन वर्षों से इस धंधे में लिप्त था। सोमवार की देर रात साढ़े आठ बजे पुलिस की कार्रवाई के बाद पुलिस अधीक्षक जीजी पांडे भी इस मामले की जांच करने गोटेगांव पहुंचे।


नगर के मुख्य मार्ग पर एक निजी स्कूल के नीचे साइबर कैफे चला रहे जागृति नगर निवासी उरबेज पिता बशीर खान के कैफे पर सोमवार की रात लगभग साढ़े आठ बजे थाना प्रभारी आरडी मिश्रा की अगुवाई में छापा मारा गया। इस कार्रवाई में सैकड़ों नकली अंकसूचियां, लाइसेंस, बिजली बिल देखकर पुलिस अधिकारी चौंक गए। कैफे संचालक उरबेज पिछले दो- तीन वर्षों से नकली वाहन लाइसेंस, नकली मार्क शीट, संविदा शिक्षक की अंकसूची, रेलवे के मासिक पास, नकली पासपोर्ट एवं नकली बिजली बिल तैयार किए जा रहे थे। कई उपभोक्ता बिजली बिल अधिक आने के बाद नकली बिल बनाने और बिल की राशि कम करवाने के लिए पहुंचते थे। जिनसे उरबेज मोटी रकम वसूल करता था। पुलिस अधीक्षक जीजी पांडे ने देर रात गोटेगांव पहुंचकर मामले की जानकारी ली। थाना प्रभारी श्री मिश्रा ने बताया कि आरोपी कैफे संचालक उरबेज के खिलाफ धारा 420, 468, 467, 471 आईपीसी के तहत प्रकरण दर्ज कर कैफे को भी सील कर दिया है।


इनका कहना है...

साइबर कैफे में नकली अंकसूची, बिजली बिल, लायसेंस बनने की सूचना मुखबिर ने दी थी। हमने क्षेत्र में मुखबिर तंत्र को मजबूत किया है। उसके कारण ही हम इतनी बड़ी कार्रवाई कर पाए हैं। मामले की सूक्षमता से जांच की जा रही है, जिसमें और भी खुलासे होंगे।


आरडी मिश्रा, थाना प्रभारी

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