भाजपा अनुसूचित जाति जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा पूर्व मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते का मानना है कि उप्र चुनाव में सपा, बसपा तथा अपना दल के मध्य अल्पसंख्यक वोट बँटते हैं तो भाजपा को फायदा होगा। कल्याणसिंह के जाने से नुकसान जरूर हुआ है, मगर उमा भारती के आने से पार्टी को फायदा भी हुआ है।
श्री कुलस्ते बाँसवाड़ा में पार्टी सम्मेलन में शामिल होने जाने से पहले रतलाम में 'नईदुनिया' से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने दावा किया कि उप्र चुनाव के बाद भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी तथा समान विचारधारा वाले दलों के साथ वहाँ सरकार बनाएगी। उनके अनुसार भाजपा बड़ी पार्टी के रूप में तब ही उभर सकती है, जब अल्पसंख्यकों के वोट विभिन्ना दलों में जाएँ। छोटे राज्यों के निर्माण संबंधी सवाल पर उन्होंने पृथक बुंदेलखंड राज्य के निर्माण का समर्थन किया, लेकिन उप्र को चार हिस्सों में बाँटने की मुख्यमंत्री मायावती की माँग को अनुचित बताया।
संसद में नोट लहराकर चर्चा में आए श्री कुलस्ते ने एक सवाल के जवाब में इस बात से इंकार किया कि भाजपा उस मुद्दे को भुनाती रही। उनका मानना है कि लंबे समय तक अजा-जजा वर्ग कांग्रेस के साथ रहा, लेकिन जब से यह वोट बैंक कांग्रेस से दूर हुआ, तब से इस वर्ग के साथ भेदभाव व अत्याचार हो रहे हैं। उन्हें जेल भेजा जाना भी उसी का एक हिस्सा है।
मायावती सरकार से निष्कासित दागी मंत्रियों को भाजपा में प्रवेश संबंधी सवाल पर श्री कुलस्ते का कहना था कि उप्र के स्थानीय नेताओं से बात करके इस संबंध में निर्णय लेना चाहिए था। वैसे भी दागियों को सावधानी के साथ प्रवेश देना चाहिए। देश में 47 लोकसभा तथा 554 विधानसभा सीट अजा-जजा वर्ग की हैं, लेकिन इन क्षेत्रों में शासन की योजनाओं का लाभ इस वर्ग को नहीं मिल पा रहा है। इसके लिए जागृति आवश्यक है और इसलिए वे निरंतर भ्रमण कर रहे हैं।
श्री कुलस्ते के साथ रतलाम आए राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश के भाजपा प्रभारी और अजा-जजा मोर्चे के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष यशवंत दरबार ने दावा किया कि इस वर्ष हिमाचल प्रदेश तथा अगले वर्ष राजस्थान के विधानसभा चुनावों में भाजपा सरकार बनाएगी। हिमाचल में सरकार को दोहराया जाएगा जबकि राजस्थान में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो जाएगा।