बंद होगा जावरा रेलवे फाटक

शनिवार, 7 जनवरी 2012 (00:41 IST)
मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) लोकेशनारायण अग्रवाल के मुताबिक रतलाम के जावरा फाटक को बंद करने का निर्णय हो चुका है। इस संबंध में उच्च न्यायालय के भी स्पष्ट निर्देश हैं कि पैदल पुल बनाया जाए। अन्य विकल्पों के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव देना चाहिए, जो अब तक नहीं आया है। प्रतापनगर फाटक बंद करने के बाद वहाँ पर भी अंडरब्रिज का कोई प्रस्ताव नहीं आया है।


पत्रकार वार्ता में श्री अग्रवाल ने यह भी बताया कि रेल मंत्रालय ने वर्ष 2015 तक सभी मानवरहित समपारों को मानव सहित करने अथवा पुल बनाने का निर्णय लिया है। रतलाम मंडल में इसकी कार्ययोजना बना ली गई है। वर्तमान में 10 पुलों का कार्य चल रहा है। 11 अन्य पुलों के लिए प्रस्ताव भेजे जा चुके हैं। रेल बजट की घोषणाओं के संबंध में उन्होंने कहा कि अधिकांश का क्रियान्यवन हो चुका है। एक दुरंतो चलना बाकी है। जयपुर-नागदा पैसेंजर को रतलाम तक विस्तारित करने का कार्य भी वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पूर्व हो जाएगा। पत्रकारवार्ता में श्री अग्रवाल ने वर्ष 2011 की उपलब्धियों और वर्ष 2012 की योजनाओं पर प्रकाश डाला। वैभव उपाध्याय और डीपी मालवीय ने प्रोजेक्टर के माध्यम से इन्हें प्रदर्शित किया। इस दौरान सीनियर डीसीएम रविमोहन शर्मा, सीनियर डीओएम आलोक त्रिपाठी, सीनियर डीईएन प्रदीप अहिरकर, सीनियर डीईएनएसएनटी एसएन मीना व पीआरओ प्रदीप शर्मा भी मौजूद थे।


राजस्व का कीर्तिमान

श्री अग्रवाल के अनुसार रतलाम मंडल ने वर्ष 2011 के दौरान राजस्व का कीर्तिमान रचा है। इस दौरान 20.29 फीसद अधिक राजस्व के रूप में 851.68 करोड़ रु. की सकल आय हुई। गत वर्ष यह 708 करोड़ ही थी। वर्ष में मंडल से 5.30 करोड़ यात्रियों ने यात्रा की, जो पिछले वर्ष से 11 फीसद अधिक है। इस दौरान बेटिकट यात्रियों की धरपकड़ भी तेज कर मंडल ने 18630 प्रकरण बनाकर 4.97 करोड़ रु. वसूले, जो पिछले वर्ष 12.72 प्रतिशत अधिक है।

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