बदमाशों के हमले के पीछे हो सकती है आपसी रंजिश!

सोमवार, 12 मार्च 2012 (00:44 IST)
रामनगर में पथराव व दो घरों में तोड़फोड़ करने वाले बदमाशों का पुलिस पता नहीं लगा पाई है। हालाँकि वह कारणों की तलाश में जुटी है, लेकिन हफ्तेभर बाद भी सफलता नहीं मिल पाई है। सूत्रों का कहना है कि हमले का कारण आपसी विवाद हो सकता है।


रामनगर में 4 मार्च की रात 20-25 बदमाशों ने लोगों को बाहर से कुंडी लगाकर घरों में कैद कर दिया था। इसके बाद वजनी पत्थरों से दुर्गेश मुनिया व रतन पिता रामचंद्र के घर पर तोड़फोड़ कर दुर्गेश के घर से 1 हजार रु. व सोने का नाक का काँटा ले गए थे। लोग इस घटना को भूले भी नहीं थे कि शनिवार रात बदमाश पुनः रामनगर आ धमके और पथराव शुरू कर दिया। लोगों ने घरों से बाहर निकलकर उनका सामना करने की हिम्मत दिखाई तो वे भाग गए। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंँची थी। पुलिस ने देर रात तक आसपास के इलाकों में खोजबीन की, लेकिन पता नहीं चला। दो बार बदमाशों द्वारा पथराव करने से क्षेत्र के लोग भयभीत हैं।


सूत्रों का कहना है कि बदमाश यदि लूट या चोरी के उद्देश्य से आते तो किसी भी घर या व्यक्ति को चुपचाप निशाना बनाकर वारदात करते। बदमाशों की किसी से रंजिश है और वे उसे नुकसान पहुँचाना चाहते हैं। जिन घरों में तोड़फोड़ की गई थी, पुलिस उनसे रंजिश के बारे में तलाश कर रही है, लेकिन वे इस बारे में कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं। सीएसपी गजेंद्रसिंह वर्धमान ने बताया बदमाशों की तलाश की जा रही है। संबंधित लोगों से पूछताछ की गई है, लेकिन रंजिश के संबंध में कुछ खुलासा नहीं हो पा रहा है।

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