आयरलैंड का जीत के साथ समापन

शनिवार, 19 मार्च 2011 (00:36 IST)
आयरलैंड ने ओपनर पाल स्टर्लिंग (101) के तूफानी शतक से शुक्रवार को ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स में हॉलैंड को ग्रुप 'बी' के बड़े स्कोरों वाले मुकाबले में छह विकेट से पराजित करते हुए विश्वकप में अपना अभियान दूसरी जीत के साथ समाप्त किया।

हॉलैंड ने हालाँकि रेयान टेन डोएश्काटे (106) के शानदार शतक और कप्तान पीटर बोरेन (84) के लाजवाब अर्द्धशतक की बदौलत 306 रनों का मजबूत स्कोर बनाया था लेकिन स्टर्लिंग ने मात्र 72 गेंदों में 14 शानदार चौकों और दो छक्कों की मदद से 101 रन ठोककर आयरलैंड को टूर्नामेंट में उसकी दूसरी जीत दिला दी। आयरलैंड ने 47.4 ओवर में चार विकेट 307 रन बनाकर शानदार जीत हासिल कर ली।

आयरलैंड ने टूर्नामेंट के सबसे बड़े उलटफेर में इंग्लैंड को पराजित किया था और उसे अपनी दूसरी जीत के लिए अपने अंतिम ग्रुप मैच का इंतजार करना पड़ा। स्टर्लिंग ने कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड (68) के साथ पहले विकेट के लिए 27 ओवर में 177 रन जोड़कर टीम की जीत की आधारशिला रख दी थी।

हालाँकि आयरलैंड ने दो रन के अंतराल में पोर्टरफील्ड और स्टर्लिंग के विकेट गँवा दिए लेकिन एड जाएस ने 28, निएल ओ'ब्रायन ने नाबाद 57 और गैरी विल्सन ने तेजतर्रार 27 रन बनाकर आयरलैंड को आखिर जीत की मंजिल पर पहुँचा दिया।

पोर्टरफील्ड ने 93 गेंदों पर 68 रन की अपनी पारी में दस चौके लगाए। जाएस ने अपनी पारी में तीन चौके लगाए जबकि विल्सन ने 21 गेंदों में दो चौके और दो छक्के ठोके। टूर्नामेंट में सबसे तेज शतक बनाने वाले केविन ओ'ब्रायन ने 48वें ओवर में पीटर सीलार की गेंदों पर दो छक्के ठोकते हुए मैच समाप्त कर दिया।

निएल 58 गेंदों में सात चौकों की मदद से 57 रन बनाकर और केविन मात्र नौ गेंदों में दो छक्कों की मदद से 15 रन बनाकर नाबाद रहे। हॉलैंड की तरफ से टॉम कूपर ने 31 रन देकर दो विकेट लिए।

इससे पहले हालैंड के लिए डोएश्काटे ने अपनी पारी में 108 गेंदों का सामना करते हुए 13 चौकों और एक छक्के की मदद से 106 रन बनाए जबकि बोरेन ने 82 गेंदों में 10 चौके जड़ते हुए 84 रनों की शानदार पारी खेली।

हालाँकि टीम की शुरुआत और अंत खराब रहा। टीम के आखिरी चार खिलाड़ी रन आउट हो गए और टीम ने आखिरी पाँच विकेट मात्र 19 रन जोड़कर गँवा दिए लेकिन टीम जैसे तैसे पूरे 50 ओवर खेलने में सफल रही। (वार्ता)

वेबदुनिया पर पढ़ें