ऑस्ट्रेलियाई बादशाहत खत्म की भारत ने

शुक्रवार, 25 मार्च 2011 (17:17 IST)
महेन्द्र सिंह धोनी की टीम इंडिया ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जैसे ऑस्ट्रेलियाई बादशाहत खत्म करने का बीड़ा उठा रखा है। टीम इंडिया ने पहले टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया का एकछत्र साम्राज्य ध्वस्त कर दिया था और इसी टीम इंडिया ने चार बार के विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को विश्वकप से बाहर का रास्ता दिखा दिया।

भारत ही वो टीम थी जिसने सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया के किले में सेंध लगाई थी जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में जो गिरावट शुरू हुई वह अब तक जारी है। भारत ने दिसंबर 2009 में ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन पोजीशन छीन ली थी और अब उसने ऑस्ट्रेलिया का लगातार चौथी बार विश्वकप जीतने का सपना तोड़ दिया।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे रैंकिंग में फासला घटकर अब आठ अंकों का रह गया है जबकि विश्वकप शुरू होने से पहले दोनों टीमों के बीच 12 अंकों का अंतर था। ऑस्ट्रेलिया के तब 131 और भारत के 119 अंक थे। अब भारत के 120 और ऑस्ट्रेलिया के 128 अंक हैं।

विश्वकप के दूसरे क्वार्टर फाइनल में गुरुवार को अहमदाबाद में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पाँच विकेट से पराजित करने के साथ सेमीफाइनल में प्रवेश किया था और ऑस्ट्रेलिया को विश्वकप से बाहर कर दिया।

ऑस्ट्रेलियाई टीम पिछले दो विश्वकप में अपराजित रही थी और उसने बिना कोई मैच गँवाए दोनों विश्वकप जीते थे। ऑस्ट्रेलिया का 1999 से लेकर इस विश्वकप में 34 मैचों का अपराजेय अभियान पाकिस्तान ने अंतिम ग्रुप मैच में थामा था जबकि भारत ने क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई ताबूत में आखिरी कील ठोक दी।

टेस्ट क्रिकेट में लगभग डेढ़ दशक की अपनी बादशाहत भारत को गँवाने के बाद से ऑस्ट्रेलिया लगातार रैंकिंग में फिसलता रहा है और अब वह भारत (128 अंक), दक्षिण अफ्रीका (117), इंग्लैंड (115), श्रीलंका (109) के बाद 107 अंकों के साथ पाँचवें स्थान पर है।

यानी जो टीम कभी लगातार चोटी पर बनी रहती थी अब वह पाँचवें स्थान पर संघर्ष कर रही है। भारत ने जबसे ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट बादशाहत छीनी है तबसे वह लगातार चोटी पर बना हुआ है। धोनी के धुरंधरों ने ऑस्ट्रेलिया में पहली बार वनडे सिरीज जीतकर यह संकेत दे दिया था कि ऑस्ट्रेलिया को वनडे में भी अपदस्थ किया जा सकता है।

हालाँकि ऑस्ट्रेलियाई टीम इंग्लैंड से घरेलू एकदिवसीय श्रृंखला 6-1 से जीतकर विश्वकप में खेलने पहुँची थी लेकिन इसी टीम इंडिया ने विश्वकप से पहले एक अभ्यास मैच में ऑस्ट्रेलिया को हराया था और अब क्वार्टर फाइनल में भी उसने गत विश्व चैंपियन का मानमर्दन कर दिया।

ऑस्ट्रेलिया के विश्वकप से बाहर हो जाने के बाद उसके गर्वीले कप्तान रिकी पोंटिंग अब जमीन पर आ गए हैं और वह मानने लगे हैं कि भारत विश्वकप जीत सकता है1 पोंटिंग ही वह कप्तान थे जिन्होंने भारत में आईसीसी चैंपियंस ट्राफी जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के तत्कालीन अध्यक्ष और मौजूदा आईसीसी अध्यक्ष शरद पवार को मंच से उतरने का इशारा किया था।

पोंटिंग की कप्तानी के दिन अब लद चुके हैं और ऑस्ट्रेलिया को दो बार विश्वकप खिताब जिताने वाला यह बल्लेबाज अब ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं के निशाने पर आ चुका है। बांग्लादेश के खिलाफ अगली सिरीज के लिए जब ऑस्ट्रेलियाई टीम और कप्तान की घोषणा होगी तो विश्वकप में पराजय की गाज पोंटिंग पर गिरना तय है। (वार्ता)

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