ऑस्ट्रेलिया की आसान जीत

बुधवार, 16 मार्च 2011 (22:57 IST)
सलामी बल्लेबाज शेन वॉटसन (94) और ब्रैड हैडिन (88) की विस्फोटक अर्धशतकीय पारियों और पहले विकेट के लिए 123 रन की साझेदारी से गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को यहाँ क्रिकेट विश्वकप ग्रुप-ए मैच में कमजोर कनाडा पर सात विकेट से आसान जीत दर्ज की।

ऑस्ट्रेलिया ग्रुप-ए में पाँच मैचों में चार जीत और एक मैच बारिश की भेंट चढ़ने के बाद नौ अंक हासिल कर शीर्ष पर पहुँच गया है, जिसमें क्वार्टर फाइनल के लिए तीन अन्य टीम न्यूजीलैंड, श्रीलंका और पाकिस्तान की अंतिम आठ की राह भी तय हो चुकी है।

युवा सलामी बल्लेबाज हिराल पटेल की शानदार अर्धशतकीय पारी से कनाडा ने तेज गेंदबाज ब्रेट ली (46 रन देकर चार विकेट) की अगुवाई वाले ऑस्ट्रेलियाई मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के सामने 45.4 ओवर में 211 रन का स्कोर बनाया। जवाब में चार बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने 34.5 ओवर में तीन विकेट के नुकसान पर 212 रन बनाकर जीत सुनिश्चित की।

वॉटसन और हैडिन ने क्रीज पर उतरते ही कनाडाई गेंदबाजी की धज्जियाँ उड़ानी शुरू कर दी। एक समय ऐसा लग रहा था कि दोनों बल्लेबाज मैच समाप्त करके ही दम लेंगे। शतक से महज छह रन से चूकने वाले वॉटसन की 90 गेंद की शानदार अर्धशतकीय पारी में नौ चौके और चार छक्के जड़े थे।

वॉटसन की आक्रामकता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने 28वें और पटेल के पहले ओवर में एक छक्का और चार चौके जड़े। हैडिन ने भी इसी का अनुकरण करते हुए अगले ही ओवर में जान डेविसन के ओवर में एक चौका और एक छक्का जमाया, लेकिन वह पाँचवीं गेंद पर आउट हो गए।

हैडिन ने 84 गेंद का सामना करते हुए 11 चौके और दो छक्के की मदद से 88 रन बनाए। मैन ऑफ द मैच वॉटसन अगले ओवर में हरवीर बैदवान को छक्का लगाने के प्रयास में अपना विकेट गँवा बैठे। डीप में खड़े हेनरी ओसिंडे ने उनका कैच लपका। इस तरह ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 183 पर एक विकेट से 185 रन पर दो विकेट हो गया।

कप्तान रिकी पोंटिंग सात रन बनाकर चलते बने, उन्हें सबसे खर्चीले गेंदबाज ओसिंडे ने शिकार बनाया। उपकप्तान माइकल क्लार्क ने तीन चौके की मदद से नाबाद 16 रन और कैमरून वाइट ने चौके से नाबाद चार रन जोड़कर मैच जीतने की औपचारिकता पूरी की।

इससे पहले कनाडाई कप्तान आशीष बगई ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया और टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन एसोसिएट देश को अनुभवहीनता का खामियाजा भुगतना पड़ा।

पटेल ने चिन्नास्वामी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के ताकतवर गेंदबाजी आक्रमण के बावजूद ली और शान टैट की जोड़ी का डटकर सामना करते हुए 45 गेंद में 54 रन की पारी खेली, लेकिन ली के नेतृत्व में कंगारुओं ने कनाडा को 45.4 ओवर में समेट दिया।

कनाडा ने महज 4.4 ओवर में 50 रन बना लिए थे, इस विश्व कप में सबसे तेजी से बनाए 50 रन भी थे। इससे पहले बांग्लादेश ने टूर्नामेंट के शुरुआती मैच में भारत के खिलाफ 29 गेंद में 50 रन बनाए थे। (भाषा)

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