भारतीय उपमहाद्वीप की टीमें खेलेंगी फाइनल

सोमवार, 28 मार्च 2011 (16:37 IST)
इंग्लैंड के खिलाफ विश्वकप क्वार्टर फाइनल में मिली धमाकेदार जीत से उत्साहित श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा का मानना है कि फाइनल में भारतीय उपमहाद्वीप की टीमें ही आमने-सामने होंगी।

भारतीय उपमहाद्वीप की कोई न कोई टीम 1992 से प्रत्येक विश्वकप के फाइनल में पहुँचने में सफल रही है और इस बार भी ऐसा होना तय है। भारत और पाकिस्तान के बीच दूसरा सेमीफाइनल खेला जाएगा इसलिए इस बार भी भारतीय उपमहाद्वीप की किसी एक टीम का फाइनल में पहुँचना तय है।

संगकारा ने शनिवार को इंग्लैंड को दस विकेट से हराने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा हमने साबित कर दिया है कि हमारी टीम विश्वकप खिताब जीतने की काबिलियत रखती है लेकिन इसके लिए हमें सेमीफाइनल और फाइनल में भी अच्छी क्रिकेट खेलनी होगी। मुझे भरोसा है कि हम सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को मात देकर फाइनल में प्रवेश कर लेंगे और फिर भारतीय उपमहाद्वीप की टीमों के बीच ही खिताबी जंग होगी।

संगकारा ने कहा कि हमारी तीन स्पिनरों के साथ मैदान में उतरने की रणनीति काम कर गई। हमारे सभी गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया। हमने आखिरी क्षणों में इंग्लैंड के खिलाफ तीन स्पिनर उतारने का निर्णय लिया था। विकेट से भी स्पिनरों को काफी मदद मिली।

उन्होंने कहा यह सच है कि स्पिन गेंदबाजी हमारी टीम की ताकत है लेकिन हमारे पास लसिथ मलिंगा, नुवान कुलशेखरा और दिलहारा फर्नांडो जैसे उम्दा तेज गेंदबाज भी हैं। हमारी टीम की गेंदबाजी में विविधता है इसलिए हम विश्वकप के हर मैच में यह कोशिश करते हैं कि प्रतिद्वंद्वी टीम हमारी गेंदबाजी संबंधी रणनीति का अंदाजा न लगा पाए।

संगकारा ने अपने ओपनरों तिलकरत्ने दिलशान और उपुल तरंगा की तारीफ करते हुए कहा कि इन दोनों खिलाड़ियों ने शतक जड़ा जिसके कारण उनकी टीम ने बिना कोई विकेट खोए बड़ी आसानी से जीत हासिल कर ली।

उन्होंने कहा कोई भी बड़ा मैच जीतने के लिए आपको कुछ खिलाड़ियों के विशेष प्रदर्शन की जरूरत होती है और दिलशान तथा तरंगा ने हमारे लिए वह काम किया। कप्तान ने कहा दिलशान बाएँ हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ अच्छी गेंदबाजी करते हैं और कभी-कभी नई गेंद को टर्न कराने में भी सफल होते हैं। इसलिए ओपनर एंड्रयू स्ट्रॉस के खिलाफ हमने दिलशान को गेंद थमाई। हम देखना चाहते थे कि क्या वह हमारे लिए विकेट ले सकते हैं और उन्होंने ऐसा कर दिखाया। उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन किया।

लेकिन उन्होंने साथ ही टीम के क्षेत्ररक्षण पर चिंता जताते हुए कहा कि हम अपने क्षेत्ररक्षण में और सुधार करना होगा। हमें आगामी मैचों में अपनी प्रतिद्वंद्वी टीमों के बल्लेबाजों को मौका देने से बचना होगा। हमने इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैच छोड़े। इसके अलावा हमारा क्षेत्ररक्षण अच्छा था।

संगकारा ने कहा कि आप कैच छूटने के बारे में कुछ भी नहीं कर सकते हैं लेकिन कैच छूट जाने के बाद आपके हाव-भाव नकारात्मक नहीं होने चाहिए। बल्कि आपको सकारात्मक रहकर अगले मौके की ताक में रहना चाहिए। उन्होंने साथ ही भरोसा जताया कि न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल के लिए विश्व रिकॉर्डधारी ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन पूरी तरह से फिट हो जाएँगे। (वार्ता)

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