2015 : कैसा होगा देश का राजनीतिक परिदृश्य

देश की राजनीति का जायजा लेने के लिए दशम भाव देखना होगा। एकादश भाव और द्वितीय भाव (धन) की स्थिति का भी आकलन करना होगा। दशम भाव में मित्र राशि कन्या का राहु है, जो उच्च के समान फल देता है। 


 
देश की राजनीति का संपूर्ण दारोमदार नेतृत्व पर निर्भर करता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी कूटनीति से देश-विदेश में अपनी साख बढ़ाने में सक्षम होंगे। समस्त ग्रहयोग वर्तमान प्रधानमंत्री के लिए सुखद व प्रभावशाली बने हुए हैं।  
 
वर्तमान सत्तासीन राजनीतिक दल भाजपा की राज्यों में स्थिति मजबूत होगी। विदेशी कूटनीति में प्रधानमंत्री को अपार सफलता के योग हैं। 
 
आर्थिक दृष्टि से देश के सितारे : एकादश भाव का स्वामी शुक्र धन व वाणी भाव में उच्च के मंगल के साथ होने से देश के आर्थिक हालात सुदृढ़ होंगे। राजकोषीय घाटा भी कम होगा। इस साल कालाधन आने की संभावना कम है। 
 
सूर्य की स्थिति सदैव की तरह भाग्येश होकर लग्न में बुध के साथ है एवं लग्न का स्वामी उच्च का वक्री होकर अष्टम भाव में है अत: आर्थिक मामलों में कुछ माह कमजोर रह सकते हैं। 15 जुलाई से गुरु का भाग्य में आना कारगर साबित होगा। आर्थिक हालातों में सुधार आएगा। घोटालों पर लगाम लगेगी व फिजूलखर्ची में कमी आने से कोष बढ़ेगा।

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