सूर्य की स्थिति सदैव की तरह भाग्येश होकर लग्न में बुध के साथ है एवं लग्न का स्वामी उच्च का वक्री होकर अष्टम भाव में है अत: आर्थिक मामलों में कुछ माह कमजोर रह सकते हैं। 15 जुलाई से गुरु का भाग्य में आना कारगर साबित होगा। आर्थिक हालातों में सुधार आएगा। घोटालों पर लगाम लगेगी व फिजूलखर्ची में कमी आने से कोष बढ़ेगा।