धनु राशि वाले मिली-जुली कद-काठी के होते हैं। ये उत्तम सोच वाले होकर ज्ञानवान भी होते हैं। ये राजनीति में माहिर, शिक्षक, प्रोफेसर भी हो सकते हैं। सभी लेखन व दिमागी कार्यों में सफलता मिलती है। गुरु उच्च या स्वराशि का हो तो इनका दांपत्य जीवन सुखी रहता है।
जनवरी
वर्षारंभ धन के मामले में बहुत अच्छा रहेगा। धन एक से अधिक स्रोतों द्वारा आएगा जिसके कारण आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। राजनीतिक क्षेत्र में प्रभाव रहेगा। सामाजिक क्षेत्र में मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। सोचने-समझने की स्थिति अच्छी रहेगी। आप अपने विचारों से से लोगों को प्रभावित करेंगे और काम निकालने में सफल होंगे।
फरवरी
इस माह खर्च की अधिकता रहेगी। पराक्रम बढ़ा रहेगा। भाई-बहनों और मित्रों का सहयोग मिलेगा। आप अपने निर्णय से लोगों को प्रभावित करेंगे। किसी महिला का सहयोग मिलेगा। सरकारी कार्यों में सफलता मिलेगी। पारिवारिक सुख में थोड़ी कमी महसूस होगी। स्वयं के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
मार्च
इस माह मान-सम्मान की स्थिति बन रही है। किसी कार्यवश ख्याति मिलेगी, भाग्य साथ रहेगा। धन के मामले में कोई बहुत अच्छा समय नहीं है। व्यय की अधिकता रहेगी। पारिवारिक सुख में थोड़ी कमी महसूस करेंगे, बाहरी संबंधों से बहुत लाभ होगा। राजनीतिक क्षेत्र के लोगों के लिए अच्छा समय है। उच्च पद की प्राप्ति हो सकती है।
अप्रैल
इस मास भाग्य पक्ष बहुत कमजोर है अतः जोखिम न उठाएं। आय सामान्य रहेगी, परंतु आवेश में आकर कोई बड़ा आर्थिक फैसला न लें अन्यथा हानि होगी। पारिवारिक सुख में कमी रहेगी। जीवनसाथी से विवाद उत्पन्न हो सकता है। मां के स्वास्थ्य की चिंता हो सकती है। बाहरी विवादों से सतर्क रहें और प्रयास करें कि मामला कोर्ट-कचहरी में न जाए।
मई
इस माह संतान से प्रसन्नता रहेगी। आपकी अपनी भी निर्णय क्षमता और वाकपटुता बहुत अच्छी रहेगी। धन के मामले में समय सामान्य रहेगा। खर्च पर आपको थोड़ा नियंत्रण रखना होगा अन्यथा बहुत परेशानी हो सकती है। पिता से संबंध अच्छा होगा, उनका सहयोग भी प्राप्त होगा।
जून
इस माह आर्थिक हानि का योग है। खर्च नियंत्रण से बाहर हो सकता है। व्यापार के क्षेत्र में हैं तो आय बिलकुल कम हो जाएगी। नौकरी वालों के लिए भी नौकरी छूटने या स्थान परिवर्तन का योग बन रहा है। जीवनसाथी से मतभेद, पारिवारिक तनाव, घरेलू मामलों में बहुत परेशानी हो सकती है।
जुलाई
धन के मामलों में थोड़ी राहत होगी। पैसे एक से अधिक स्रोतों से आएंगे। पारिवारिक सुख में कमी महसूस करेंगे। आपके किसी निर्णय के कारण आपसे उच्चस्थ अधिकारी या सरकारी महकमा नाराज हो सकता है। पिता से भी विवाद की भी आशंका है। कुछ समय के लिए शांत रहने का प्रयास करें।
अगस्त
मध्य माह थोड़ी राहत देने वाला होगा। जो बातें थोड़े समय के लिए बिलकुल प्रतिकूल हो गई थीं, वे अब धीरे-धीरे नियंत्रण में आने लगेंगी। स्वास्थ्य में सुधार और आय में वृद्धि होने से मन प्रसन्न रहेगा। कर्जदारों से मुक्ति भी मिलने लगेगी। परिवार में शांति, भाग्य पक्ष मजबूत। शत्रु भी आपके कायल हो जाएंगे।
सितंबर
इस माह आय के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि होगी। भाग्य पूरी तरह से आपके साथ है। हर ओर वातावरण आपके अनुकूल बनेगा। सरकारी कार्यों में, राजनीतिक कार्यों में, बाहरी संबंधों से जबरदस्त लाभ होगा। पिता से संबंध अच्छे होंगे और उनका भरपूर साथ मिलेगा। पैतृक संपत्ति मिलने की भी संभावना है।
अक्टूबर
इस मास पराक्रम बढ़ा-चढ़ा रहेगा। भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा। भाग्यवश कुछ ऐसा होगा जिसका परिणाम आने वाले समय में बहुत अच्छा होगा। धन के मामले में मिला-जुला महीना रहेगा। आधिकारिक वर्ग से सहयोग और राजनीतिक क्षेत्र में सफलता मिलेगी। यात्रा सुखद और फलदायी रहेगी तथा स्त्री वर्ग से सहयोग भी मिलेगा।
नवंबर
इस माह भाग्य सहयोगी रहेगा, जीवनसाथी से सहयोग तथा उसके कारण लाभ का योग बन रहा है। अपने से उच्च अधिकारियों और पिता के कारण लाभ मिलेगा। विदेश जाने का प्रयास कर रहे हैं तो सफलता मिलेगी तथा वहां से लाभ होगा। निर्णय लेने की अदभुत क्षमता रहेगी। संतान से सुख प्राप्त होगा।
दिसंबर
इस माह आय की अपेक्षा खर्च बहुत ज्यादा होगा। शत्रु और रोग का शमन होगा, परंतु धन के मामले में समय अच्छा नहीं है। शासकीय क्षेत्र से हानि का योग बन रहा है। न्यायालयीन विवाद में भी परिणाम आपके पक्ष में नहीं आएंगे, प्रयास करें कि कोई नया विवाद न हो। माता के स्वास्थ्य की चिंता हो सकती है।
धनु राशि वालों के लिए विशेष-
धनु राशि के जातकों के लिए शनि साढ़े साती का प्रथम चरण प्रारंभ हो चुका है, साथ ही गुरु लगभग आधे समय तक अष्टम में रहेंगे। राहु-केतु भी चौथे और दशम भाव में हैं अतः बहुत उतार-चढ़ावभरा समय रहेगा। सलाह है कि माता और खुद के स्वास्थ्य का बहुत ध्यान रखें। बहुत अधिक जोखिमभरे कदम न उठाएं। अधिक संयमित और शांत रहें।
निम्नलिखित उपाय भी करें-
1. सूर्य को नियमित अर्घ्य दें और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
2. विष्णु शतनाम या सहस्रनाम का पाठ करें।
3. पीली और मीठी चीजों का सेवन बहुत कम कर दें और गुरुवार को तो बिलकुल ही न करें।