धन-संपत्ति- परिवार के मांगलिक कार्य, कार्य के विस्तार या पुरानी देनदारी पर बड़ा व्यय हो सकता है। दूसरी तरफ पुरानी लेनदारी, फंड आदि मिलने से कार्य सुचारु रूप से चलेगा। संपत्ति, मशीनरी के नवीनीकरण, मरम्मत आदि पर व्यय होगा।
स्वास्थ्य- वृद्धावस्थाजन्य रोग, जोड़ों का दर्द, नेत्रों में रोग-चोट हो सकते हैं। एलर्जी हो सकती है। खानपान पर नियंत्रण रखें।
धार्मिक कार्य- शनि मंत्र जप, हनुमानजी की आराधना, उतरती साढ़ेसाती में लाभ होगा। तंत्र-मंत्र यहां तक कि काले जादू में आपकी रुचि रहेगी। तीर्थदर्शन होगा। भोजन, वस्त्रदान, अपंग व्यक्तियों की सहायता तथा शिवपूजन से लाभ होगा।