चतुर्थ भाव जनता का भाव होता है। चतुर्थ भाव का स्वामी शुक्र की राशि तुला में है। यह स्थिति एकादश में होने से फिल्मों को जनता के माध्यम से कुछ लाभ व कुछ नुकसान की स्थिति रहेगी। शनि, सूर्य व शुक्र का संयुक्त होना वर्षारंभ में कोई खास संकेत नहीं देता। पंचम भाव मनोरंजन का है। उसका स्वामी मंगल, शुक्र की राशि तुला में है, जो फिल्म जगत को लाभ के बजाए नुकसानदायक होने की सूचना दे रहा है। वर्षारंभ में मिथुन राशि है, अत: फिल्म उद्योग को बाहर से लाभ की उम्मीद रह सकती है।