वर्ष 2019 में मंगल से आरंभ होकर मंगल पर समाप्त हो रहा है। मंगल साहस, ऊर्जा व महत्वाकांक्षाओं का कारक है। मंगल नववर्ष की शुरुआत में पंचम है यानी युवाओं की आशा से एक घर पीछे है, वहीं लग्नेश व चतुर्थेश के स्वामी गुरु की द्वादश भाव से पंचम पूर्ण दृष्टि स्वराशि मीन पर है।
मंगल पर मित्र दृष्टि डालने से थोड़ी-बहुत आशाओं की पूर्ति हो सकती है। नए रोजगार की आस लगाए युवाओं को कुछ लाभ की संभावना है। भाग्य का स्वामी सूर्य, शनि के साथ होने से भाग्य उनका कम ही साथ देगा। धन की आशा लगाए बेरोजगारों के लिए कुछ राहतभरा साल रहेगा।
धन का कारक शुक्र एकादश भाव में ही है। शुक्र की सप्तम दृष्टि पंचम भाव पर है, इस कारण इंजीनियर, बैंककर्मी, कला से जुड़े व्यक्ति, सौन्दर्य प्रसाधनों से जुड़े व्यवसायी, रत्न व्यापारी, मिठाई विक्रेता, स्टेशनरी व्यवसायी, चिकित्सा, इलेक्ट्रॉनिक व्यवसाय से जुड़े व्यक्तियों के लिए साल प्रसन्नतादायक रहेगा।