वर्ष 2025 में देवगुरु बृहस्पति (गुरु) 3 बार राशि परिवर्तन करेंगे। पहले 14 मई को वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में गोचर करेंगे। मिथुन में जाते ही गुरु की अतिचारी चाल प्रारंभ हो जाएगी। इसके बाद 18 अक्टूबर को गुरु मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में गोचर करेंगे और फिर 5 दिसंबर को कर्क राशि से निकलकर वे पुन: मिथुन राशि में लौट आएंगे। इन गोचरों का सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा, लेकिन विशेष रूप से 3 राशियों के लिए यह समय अत्यंत शुभ रहेगा।
1. मेष राशिः
आपके लिए गुरु का यह परिवर्तन बेहद शुभ फल देने वाला साबित हो सकता है। व्यापार में नए अवसर प्राप्त होंगे। करियर में उन्नति होगी। नौकरी में अप्रत्याशित सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा। कोर्ट-कचहरी के मामले सुलझ जाएंगे। जीवनसाथी से संबंधों में सुधार होगा और मधुरता बढ़ेगी।
धन लाभ: आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और धन का आगमन बढ़ेगा।
परिवार: परिवार में शुभ एवं मांगलिक कार्य संपन्न होंगे।
आपकी कुंडली के चतुर्थ के स्वामी का सप्तम भाव में गोचर होगा। यह गोचर आपके स्वभाव में परिवर्तन लाएगा और दांपत्य जीवन को मजबूत और मधुर बनाएगा। आप यदि कोई व्यवसाय करते हैं तो उसमें भी आपको अच्छी सफलता मिलेगी। भूमि से लाभ अर्जित कर सकते हैं। यात्राओं से लाभ होगा और आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। अक्टूबर के बाद सतर्क रहने की जरूरत है।
करियर: नौकरीपेशा लोगों को उन्नति के अवसर मिलेंगे और कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी।
धार्मिक कार्य: धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी और आध्यात्मिक गतिविधियों में सहभागिता करेंगे।
संपत्ति: घर, जमीन या वाहन खरीदने के सपने साकार हो सकते हैं।
3. कुम्भ राशि:
आपकी कुंडली के दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी गुरु का पंचम भाव में गोचर होने जा रहा है। यह गोचर अचानक से धनलाभ कराएगा। आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। कार्यक्षेत्र की योजनाओं में सफलता मिलेगी। यदि आप नौकरी में बदलाव चाहते हैं तो यह समय अनुकूल है। पद और वेतन बढ़ जाएगा। उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों को सफलता मिलेगी। संतान से जुड़ी शुभ सूचनाएं प्राप्त होंगी। घर परिवार में खुशी का माहौल रहेगा।
रोजगार: नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को मनचाही नौकरी मिल सकती है।
आर्थिक स्थिति: आय के नए स्रोत विकसित होंगे, जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।