शनि ग्रह के गोचर से कैसे बदला देश और दुनिया का भविष्य, जानिए इतिहास और अब मीन में जाने से क्या होगा?

WD Feature Desk

शनिवार, 30 नवंबर 2024 (10:42 IST)
Saturn transit in Pisces 2025: 29 मार्च 2025 को शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे। शनि प्रत्येक ढाई साल में राशि परिवर्तन करते हैं। 30 साल बाद वे पुन: मीन राशि में आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि शनि जब भी राशि परिवर्तन करते हैं तो देश और दुनिया में बहुत बड़े बदलाव होते हैं। युद्ध, प्राकृतिक आपदा और आंदोलन के साथ ही शनि की वस्तुओं में भी तेजी देखी जा सकती है। पहले हम जान लेते हैं कि किस तरह शनि ने पूर्व में राशि परिवर्तन करके तबाही मचाई थी और अब आगे वह क्या तबाही मचाएंगे।ALSO READ: Saturn dhaiya 2025 वर्ष 2025 में किस राशि पर रहेगी शनि की ढय्या और कौन होगा इससे मुक्त
 
पूर्व में शनि के मीन में जाने का परिणाम- Meen shani yog:-
1. 1937 में मार्च में जब शनि मीन राशि में आया था तब द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत हो चली थी। चीन ने जापान पर आक्रमण किया और धीरे-धीरे दुनिया में तनाव बढ़ता गया।
 
2. 1965-66 के बीच जब शनि मीन में जाने वाला था तक भारत-पाकिस्तान का युद्ध हुआ। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए इंदिरा गांधी को अपना नेता चुना। इसके बाद अखिल भारतीय स्तर पर गोरक्षा आन्दोलन चला, जिसमें हजारों हिंदुओं का नरसंहार किया गया। दूसरी ओर वियतनाम युद्ध हुआ था। 
 
3. 1995 के जून में शनि मीन राशि में आया था तब जापान में बड़ा भूकंप आया था जिसमें हजारों लोग मारे गए थे और बोस्नियाई युद्ध में करीब 8,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
 
4. अब शनि 29 मार्च 2025 को शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे तब यह आशंका जताई जा रही है कि कोई बड़ा भूकंप और युद्ध होने वाला है।
शनि के गोचर से कैसे बदला दुनिया का भविष्य?
1. शनि ने जब 24 जनवरी 2020 में मकर राशि में प्रवेश किया था, तब दुनिया में कोरोना महामारी का प्रकोप फैल गया था।ALSO READ: क्या शनि, राहु और बृहस्पति करेंगे दुनिया को तबाह, क्या कहती हैं भविष्‍यवाणियां?
 
2. फिर शनि ने जब 29 अप्रैल 2022 को कुंभ में प्रवेश किया तब महामारी का दौर खत्म हुआ और दुनियाभर में युद्ध, अराजकता, महंगाई, प्रदर्शन और सत्ता परिवर्तन का नया दौर प्रारंभ हुआ।
 
3. 28-29 अप्रैल 2022 के दरमियान शनि ग्रह अपनी खुद की राशि मकर से निकलकर खुद ही की राशि कुंभ राशि में प्रवेश किया था।
 
4. 29 अप्रैल 2022 को शनि ने मकर से निकलकर कुंभ राशि में जब प्रवेश किया तो उसी के आसपास यूक्रेन और रशिया का वार शुरू हो गया।
 
5. इसके कुंभ गोचर के काल में ही भूकंप और बड़े तूफान के साथ ही अब इजरायल और हमास का युद्ध भी शुरु हो चला है।
 
6. शनि जब अपना मार्ग बदला तब इजरायल और हमास का युद्ध शुरू हो गया था।
 
7. युद्ध के लिए शनि और मंगल के साथ ही राहु के गोचर को जिम्मेदार माना जाता है। इनकी युति या आपसी दृष्टि, वक्री चाल आदि से धरती पर नकारात्मक असर देखने को मिलता है।
 
8. अब आशंका जताई जा रही है कि शनि ग्रह जब मीन राशि में प्रवेश करेगा तब दुनिया में कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा आएगी या महायुद्ध की शुरुआत होगी।
 
शनि मीन में जाते ही करेगा जनहानि: ज्योतिष के अनुसार 29 मार्च 2025 को शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे। 29 मार्च 2025 को जब शनि ग्रह कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेगा तब दुनिया में विश्व युद्ध की शुरुआत की भूमिका का दूसरा चरण प्रारंभ होगा। रशिया यूक्रेन, इजरायल हमास के बाद बदलती दुनिया में अब नए मोर्चों पर युद्ध का बिगुल बज सकता है। कुंभ राशि में स्थित शनि के प्रभाव के कारण अकाल, युद्ध, विस्फोट, भूचाल, महामारी के साथ ही जनवरी माह 2025 में कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा आने की संभावना है जिसके चलते बड़ी तादाद में जन और धन हानि होने की आशंका है।ALSO READ: शनि, राहु और बृहस्पति के गोचर से वर्ष 2025 में क्या होगा? विद्वान ज्योतिषाचार्य से जानें
 

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