देवताओं के जागने के बाद मंगल-आयोजनों का दौर आरंभ हो जाएगा। अबूझ मुहूर्तों में से एक माने जाने वाली देवउठनी एकादशी पर त्रिबल शुद्धि नहीं होने से इस बार इस दिन विवाह नहीं होंगे। हालांकि 13 नवंबर को देवउठनी एकादशी के बाद 18 नवंबर से देवशयनी एकादशी यानि 9 जुलाई 2014 तक विवाह के लिए 81 मुहूर्त हैं।
चार माह के विश्राम के बाद देव 13 नवंबर को जागेंगे। इस बार सूर्य के नीच राशि तुला में होने से त्रिबल शुद्धि नहीं होगी। 16 नवम्बर को सूर्य के वृश्चिक राशि में आने के बाद 18 नवंबर से विवाह प्रारंभ होंगे।
अगले वर्ष 2014 में भी देवउठनी एकादशी पर विवाह नहीं होंगे। इस साल देव उठनी से देवशयनी एकादशी तक 81 और जनवरी 2014 से दिसंबर 2014 तक 73 दिन शहनाई बजेगी।
कौन से विवाह मुहूर्त हैं शुभ
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नवंबर 2013 - 18, 19, 20 व 24 से 30 तक। कुल 10 दिन। दिसंबर - 2, 4, 5, 6, 10, 11, 12। कुल 7 दिन।