शुक्रवार, 19 अक्टूबर 2018 से पंचक शुरू हो गया है, जो 24 अक्टूबर, शरद पूर्णिमा की सुबह लगभग 09.39 तक जारी रहेगा। भारतीय ज्योतिष के अनुसार शुक्रवार को शुरू होने वाला पंचक 'चोर' पंचक कहलाता है। ज्ञात हो कि ज्योतिष में पंचक को शुभ नहीं माना जाता है। इस समय किए गए कार्य अशुभ और हानिकारक फल देते हैं, ऐसा माना जाता हैं। अत: इस नक्षत्र का योग अशुभ माना जाता है।
पंचक काल के इन 5 दिनों में विशेष संभलकर रहने की आवश्यकता होती है, इसीलिए पंचक के दौरान कोई भी जोखिमभरा कार्य करने से बचना चाहिए। अत: इस पंचक में यात्रा करना, लेन-देन, व्यापार और किसी भी तरह के बड़े सौदे भी नहीं करने चाहिए, क्योंकि इससे धन हानि हो सकती है।
* पंचक में अगर ईंधन इकट्ठा करना जरूरी हो तो पंचमुखी दीपक (आटे से निर्मित, तेल से भरकर) शिवजी के मंदिर में जलाएं, उसके बाद ईंधन खरीदें। इस तरह के उपाय करने से आप आनेवाले संकटों से बच सकते हैं तथा पंचक में मिलने वाले अशुभ फलों में कमी आती है।