गणेशजी की मूर्तियां अफगानिस्तान, ईरान, म्यान्मार, श्रीलंका, नेपाल, थायलैंड, लाओस, कंबोडिया, वियतनाम, चाइना, मंगोलिया, जापान, इंडोनेशिया, ब्रुनेई, बुल्गारिया, मेक्सिको और अन्य लेटिन अमेरिकी देशों में मिल चुकी हैं।
श्रीगणेश की मूर्तियों और चित्रों की प्रदर्शनी दुनिया के लगभग सभी खास म्यूजियम और आर्ट गैलरियों में लग चुकी हैं। खासतौर पर यूके, जर्मनी, फ्रांस और स्वीट्जरलैंड में।
यूरोप के कई देशों, कनाडा और यूएसए में कई सफल बिजनेसमैन, लेखक और आर्टिस्ट अपने ऑफिस और घरों में भगवान गणेश की प्रतिमाएं और चित्र रखते हैं।
आयरिश लोगों का गणेशजी द्वारा भाग्य अच्छा रखने में विश्वास है।
नई दिल्ली स्थित आयरलैंड एंबेसी में प्रवेश द्वार पर ही श्रीगणेश की मूर्ति स्थापित की गई है। आयरलैंड की एंबेसी पहली ऐसी एंबेसी है जहां श्रीगणेशजी के आशीर्वाद लिया जाता है।
वैदिक मान्यताओं के अनुसार, श्रीगणेशजी करीब 10,000 साल पहले प्रकट हुए। वेदों में उन्हें 'नमो गणेभयो गणपति' के साथ पुकारा गया। वे मुश्किलें खत्म करने वाले देवता हैं।