वर्ष 2022 में 15 जून, दिन बुधवार से आषाढ़ मास (Ashadh 2022) प्रारंभ हो गया है। आषाढ़ मास के अंतर्गत आने वाली देवशयनी एकादशी से 4 माह के लिए भगवान श्रीविष्णु योग निद्रा में चले जाएंगे और आगामी 4 माह के लिए शुभ विवाह और मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा।
वैसे भी आषाढ़ माह में बरसात के कारण कम शादियां होने की संभावना रहती हैं, क्योंकि अधिकांश लोग बारिश में विवाह करना नहीं चाहते। इस बार 10 जुलाई, रविवार से देवशयनी एकादशी और चातुर्मास प्रारंभ हो रहा है। मान्यतानुसार हरिशयनी एकादशी से 4 माह के लिए भगवान विष्णु क्षीरसागर में शयन करने चले जाते हैं और दीपावली पश्चात देवउठनी एकादशी पर जागते हैं। अत: इन माहों में मांगलिक व शुभ कार्य वर्जित रहते हैं।
उसके पहले ही 8 जुलाई 2022 को भड़ली नवमी की सबसे शुभ तिथि पड़ रही है, जो कि देवशयनी एकादशी के ठीक पहले आने के कारण इस दिन अधिक विवाह संपन्न हो सकेंगे। ज्ञात हो कि हिन्दू धर्मशास्त्रों में भड़ली नवमी तिथि को शादी विवाह और मांगलिक कामों के लिए एक अबूझ तिथि माना जाता है, अत: इस दिन कोई भी मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं होती है।
दिनांक- 17, 23 और 24 जून
जुलाई 2022 शुभ विवाह मुहूर्त-July Marriage Muhurta
दिनांक- 04, 06, 07, 08 और 09 जुलाई।