अगस्त माह में पूर्वी देशों में सुख-शांति रहेगी। उत्तर-पश्चिम के देशों में अशांति व दक्षिण के देशों में आंतरिक झगड़े व युद्ध आदि का भय रहेगा। अनाज के भावों में तेजी रहेगी।
महिलाओं व बालकों पर कष्ट रहेगा। लाल वस्तुओं के भाव तेज रहेंगे विशेषकर गुड़, मसूर व लाल चंदन के भावों में वृद्धि होगी।
इस माह विश्व में अशांति व प्रजा असंतुष्ट रहेगी, जन-धन की हानि रहेगी। अगस्त के मध्य से प्रजा को सुख मिलेगा। भारत में सरकार पर विरोधी विपक्ष हावी रहेगा।
पृथ्वी पर आतंकवाद व अलगाववादी जैसे संगठनों पर दबाव बढ़ेगा। भारत के अन्य देशों के साथ संबंध बढ़ेंगे। पड़ोसी देशों से कई समझौते होने के योग हैं।
पश्चिम व उत्तर भारत में जलप्लावन व प्राकृतिक प्रकोप से परेशानी आएगी। कहीं-कहीं जन-धन की हानि होने की आशंकाएं हैं।
इस माह की कुंडली को बादल की चाल की नजर से देखें तो कहीं-कहीं अधिक वर्षा व कहीं-कहीं बाढ़ से आम जनता परेशान रहेगी।
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, झारखंड, बिहार, चेन्नई में अच्छी बारिश रहेगी। महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, गुजरात में कहीं अच्छी बारिश व कहीं-कहीं पर खंड बारिश रहेगी।