Bhaum pradosh 2022: इस बार फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन 15 मार्च 2022 को भौम प्रदोष व्रत रखा जाएगा। जब भी प्रदोष का व्रत मंगलवार को आता है तो उसे भौम प्रदोष या मंगल प्रदोष कहते हैं। अलग-अलग दिन पड़ने वाले प्रदोष की महिमा अलग-अलग होती है। आओ जानते है कि भौम प्रदोष का व्रत रखने के क्या है 5 फायदे।
भौम प्रदोष व्रत रखने के 5 फायदे :
1. मंगलवार को आने वाले इस प्रदोष के दिन व्रत रखने से स्वास्थ्य सबंधी सभी तरह की समस्याओं से मुक्ति पाई जा सकती है।
प्रदोष कथा : प्रदोष को प्रदोष कहने के पीछे एक कथा जुड़ी हुई है। संक्षेप में यह कि चंद्र को क्षय रोग था, जिसके चलते उन्हें मृत्युतुल्य कष्टों हो रहा था। भगवान शिव ने उस दोष का निवारण कर उन्हें त्रयोदशी के दिन पुन:जीवन प्रदान किया अत: इसीलिए इस दिन को प्रदोष कहा जाने लगा। भौम प्रदोष की कथा हनुमानजी से जुड़ी हुई है। प्रदोष काल में उपवास में सिर्फ हरे मूंग का सेवन करना चाहिए, क्योंकि हरा मूंग पृथ्वी तत्व है और मंदाग्नि को शांत रखता है।