जानिए दशहरा के उपाय क्या शुभ फल देते हैं, हर क्षेत्र में चाहिए विजय तो तुरंत नोट कर लें
गुरुवार, 29 सितम्बर 2022 (15:30 IST)
Dashara ke upay: आश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी का बहुत ही खास महत्व रहता है। इस दिन दशहरा और विजयादशी का पर्व मनाया जाता है। कई लोग इस दिन साधना करते हैं और कई लोग इस दिन ज्योतिष के उपाय करके अपने जीवन को संकटों से उभारते हैं। आओ जानते हैं दशहरे के दिन किए जाने वाले 10 उपाय।
1. नौकरी के लिए : नौकरी में परेशानी हो तो दशहरे के दिन माता का पूजन कर उन पर 10 फल चढ़ाकर गरीबों में बाटें।
2. कारोबार के लिए : कारोबार में लगातार घाटा हो रहा हो तो दशहरे के दिन एक नारियल सवा मीटर पीले वस्त्र में लपेटकर एक जोड़ा जनेऊ, सवा पाव मिष्ठान्न के साथ आस-पास के किसी भी राम मंदिर में चढ़ा दें। लाभ मिलेगा।
3. हर क्षेत्र में विजयी होने के लिए : देवी पर सामग्री चढ़ाते समय 'ॐ विजयायै नम:' का जाप करें। ये उपाय मध्याह्न शुभ मुहूर्त में करें। निश्चित ही हर क्षेत्र में विजय मिलेगी।
4. कोर्ट-कचहरी से मुक्ति के लिए : दशहरे के दिन शमी के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से सभी तरह के कोर्ट केस से मुक्ति मिलती है। शमी के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
5. सेहत के लिए : बीमारी या संकट हटाने के लिए एक साबूत पानीदार नारियल लें और उसे अपने उपर से 21 बार वारकर किसी रावण दहन की आग में डाल दें। ऐसा घर के सभी सदस्यों के उपर से वारकर करेंगे तो उत्तम होगा।
6. धन-समृद्धि के लिए : दशहरे के दिन शाम को माता लक्ष्मी का ध्यान करते हुए मंदिर में झाड़ू दान करने से धन और समृद्धि बढ़ती है।
7. आर्थिक उन्नति के लिए : दशहरे के दिन से लेकर लगातार 43 दिनों तक कुत्ते को प्रतिदिन बेसन के लड्डू खिलाएं। इससे आपकी धन संबंधित समस्याएं दूर होंगी।
8. संकट से मुक्ति के लिए : दशहरे पर सुंदरकांड की कथा कराने से सभी रोग और मानसिक परेशानियां दूर हो जाती है।
9. शुभता के लिए : मान्यताओं अनुसार दशहरे पर रावण दहन के बाद गुप्त दान करना बेहद शुभ माना गया है।
10. सकारात्मक ऊर्जा के लिए : दशहरे के दिन एक फिटकरी के टुकड़े को सभी घर के सदस्यों पर से वार कर उसे छत या सुनसान जगह पर खुद से पीछे की ओर अपने ईष्टदेव का ध्यान करते हुए फेंक दें। माना जाता है कि ऐसा करने से घर की हर प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।
11. शुभता और विजय के लिए : श्रीराम ने रावण का वध करने के पूर्व नीलकंठ को देखा था। नीलकंठ को शिवजी का रूप माना जाता है। अत: दशहरे के दिन इसे देखना बहुत ही शुभ होता है।