"दुर्गाष्टोत्तरशतनाम" स्तोत्र को गोरोचन, लाख, कुंकुंम, सिंदूर, कर्पूर, घी, शहद के मिश्रण से भोजपत्र पर लिखकर धारण किया जाए तो मनुष्य संपत्तिशाली होता है। यदि पूरा स्तोत्र संभव ना हो सके तो इसमें वर्णित दुर्गा देवी 108 नामों को उक्त मिश्रण से लिखकर भी धारण किया जा सकता है।