धार्मिक मान्यता के अनुसार पौष के महीने (Paush month 2022) में भगवान सूर्य, श्री विष्णु तथा गणेश पूजन का विशेष महत्व है। और आज पौष मास का बुधवार है और बुधवार श्री गणेश की आराधना का दिन है। इस दिन संकटनाशन गणेश स्तोत्र, गणेश कवच, संतान गणपति स्तोत्र, गणपति अथर्वशीर्ष, ऋणहर्ता गणपति स्तोत्र, गणेश चालीसा का पाठ करने से श्री गणेश की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
गजाननं भूत गणादि सेवितं, कपित्थ जम्बू फल चारू भक्षणम्।
उमासुतं शोक विनाशकारकम्, नमामि विघ्नेश्वर पाद पंकजम्।।
- विवाह दोष दूर करने के लिए त्रैलोक्य मोहन गणेश मंत्र 'ॐ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।' का जप करने से शीघ्र विवाह, तथा अनुकूल जीवनसाथी की प्राप्ति होती है और सौभाग्य जागता है।
- विविध कामनाओं की पूर्ति तथा किसी के द्वारा की गई क्रिया को नष्ट करने के लिए उच्छिष्ट गणपति की साधना 'ॐ हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा' मंत्र से करना चाहिए। जप करते समय मुंह में गुड़, लौंग, इलायची, पताशा, ताम्बुल, सुपारी रखें। यह साधना अक्षय भंडार प्रदान करने वाली है।