मई के प्रथम सप्ताह में पूरे विश्व की आर्थिक स्थिति अत्यधिक कमजोर रहेगी। मई के दूसरे सप्ताह में अमेरिका, अफगानिस्तान, नेपाल, पाकिस्तान, जापान, ईरान व इराक सभी जगह की स्थिति कमजोर रहेगी। भारत की स्थिति में थोड़ा सुधार होगा। मई के अंतिम सप्ताह में भारत विशेष परिस्थिति से गुजरेगा। माह के अंत में कोरोना वायरस से अत्यधिक सफलता प्राप्त करेगा।
सोना, पंच धातु, तुअर, मूंग, मसूर व हल्दी के भावों में वृद्धि होगी। विश्व में शांति की पहल तो होगी, परंतु भारत में आंतरिक झगड़े रहेंगे। कुछ असामाजिक तत्वों से सरकार को परेशानी आएगी। मई के अंतिम सप्ताह में उत्तर वपूर्व के क्षेत्रों में शांति का माहौल रहेगा। दक्षिण के देशों में अशांति रहेगी। पश्चिम के देशों में बालकों व वृद्धों पर कष्ट आएगा।
यह माह व्यापारी वर्ग के लिए अच्छा नहीं रहेगा। यदि राहु, सूर्य, शुक्र व शनि की स्थिति देखें तो किराना, अनाज व्यापारी के लिए अच्छा रहेगा, साथ ही मई के मध्य से कपड़ा, कटलरी, स्टेशनरी व आभूषण व्यापारी वर्ग के लिए मध्यम लाभ वाला रहेगा। अन्य व्यापारी के लिए यह माह लाभदायक नहीं रहेगा। कृषक वर्ग के लिए यह माह लाभ वाला रहेगा तथा नौकरी वर्ग वालों के लिए यह माह कष्ट वाला रहेगा।
विज्ञान के क्षेत्र में भारत में मई माह में विशेष उपलब्धि प्राप्त होने के योग बन रहे हैं। भारत में महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश व गुजरात मई माह के मध्य तक ज्यादा परेशान रहेगा व प्रजा की कष्ट रहेगा, परंतु मध्य के बाद धीरे-धीरे प्रजा को सुख प्राप्त हो जाएगा, साथ ही नए आयाम प्राप्त होंगे।
कर्नाटक, हैदराबाद, दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़ व बिहार की स्थिति अस्थिर रहेगी। आंध्रप्रदेश, ओडिशा, केरल, जम्मू-कश्मीर व हरियाणा जैसे प्रदेशों में जनसामान्य की स्थिति अच्छी होने लगेगी। इस माह की कुंडली की बादल की नजर से देखें तो उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान, पंजाब, बिहार, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़ में तापमान में वृद्धि रहेगी।
उत्तराखंड, बंगाल व मणिपुर के तापमान में सुबह व रात्रि में तापमान कम होगा, दोपहर में अधिक रहेगा। मैदानी भागों में तापमान अधिक रहेगा। कहीं-कहीं हल्की वर्षा होगी व कहीं-कहीं ओले भी गिरेंगे, आंधी-तूफान से भी जन-धन की हानि हो सकती है।