अंक ज्योतिष में नाम का बहुत महत्व है। मनुष्य का नाम, उसके स्वास्थ्य, करियर, पारिवारिक जीवन, सब पर अपना प्रभाव डालता है। इस बात को सही रूप से वही समझ सकते हैं, जिन्होंने न केवल इसे जाना बल्कि अनुभव किया है। लोग अक्सर इस तरह की चीजें, नाम, भाग्यांक, मूलांक इत्यादि के बारे में अखबार, इंटरनेट आदि में पढ़ते हैं लेकिन कई बार ध्यान दिये बगैर आगे बढ़ जाते। जबकि वही लोग अपने जीवन में बहुत सी परेशानियों के शिकार केवल इसलिए हो रहे होते हैं क्योंकि उनका नाम, सकारात्मक ऊर्जाओं को उन तक नहीं ला पा रहा है।
क्या है नामांक? : नामांक या नेम नंबर वह संख्या है जो आपके नाम में शामिल वर्णों को दी गयी संख्याओं का कुल योग होता है। वर्णों की विशिष्ट संख्याएँ अंक ज्योतिष के प्राचीन विराट व्यक्तित्वों कीरो, सेफेरियल, पाइथागोरस जैसों ने अपने लंबे अध्ययन और अनुभवों से जानी हैं और आम लोगों तक भी प्रसारित किया है। हर नाम की अपनी विशिष्ट संख्या निकलती है जो एक खास ऊर्जा को उस नाम के धारक तक लाती है।
क्यों महत्वपूर्ण है नामांक?: आपकी जन्मतिथि, अंक कुंडली में आ रहे ग्रह एवं उनके प्रतीक संख्याओं का विश्लेषण करने के बाद रखा गया नाम अथवा उसकी वर्तनी ही आपके लिए उपयुक्त होती है। अगर ऐसा नहीं हो तो आप अनजाने में अपने विरोधी संख्या या ग्रह का शिकार भी बन सकते हैं। इस बात को एक सामान्य उदाहरण से समझें कि किसी मोहल्ले में कई मकान हैं। हर मकान का अपना नंबर है। अब आप जिस नंबर को पुकारेंगे, उसी नंबर के मकान में रहने वाला तो आपके पास आएगा न? अब अगर उस नंबर के मकान में रहने वाले से आपका संबंध अच्छा नहीं है तो वह आपके पास आकर आपका भला तो करने से रहा! ठीक इसी तरह आपका नाम जब पुकारा जाता है तो दरअसल आपके नाम की कुल संख्या पुकारी जाती है। अब उस नाम की कुल संख्या का स्वामी ग्रह आपके लिए जैसा है (अच्छा या बुरा), वैसी ही ऊर्जा आप तक आएगी।
अंक कुंडली है जरूरी: लोग लग्न कुंडली के बारे में ज्यादा जानते हैं लेकिन अंक ज्योतिष (न्यूमेरोलॉजी) में अंक कुंडली भी बनायी और देखी जाती है। अच्छे न्यूमेरोलॉजिस्ट की सहायता से आप अपनी अंक कुंडली बनवा और उसके अनुसार अपने नाम की जाँच करा सकते हैं कि आपका नाम आपके लिए सही है या नहीं?
खुद मत करें प्रयास : जैसे लोग खुद से केमिस्ट के यहाँ जाकर कोई भी दवा खरीद के खा लेते हैं और बहुत बार इसका नुकसान भी उठा लेते हैं, वैसे ही ज्योतिष के बारे में यहाँ-वहाँ पढ़कर लोग खुद से ट्राई करने का मोह छोड़ नहीं पाते और या तो हानि पाते हैं या पूरे लाभ से वंचित रह जाते हैं। अपने नाम को खुद से परखने की कोशिश नहीं कर के सही अंक ज्योतिषी से संपर्क करें।
क्या होगा लाभ? : सही नाम आपके अंदर की ऊर्जाओं को संतुलित करता है। इससे आपका व्यक्तित्व खुलने लगता है। आप अपने अंदर नयी ताकत, जोश, उत्साह को महसूस करने लगते हैं। आपका मन अपने जीवन में लगने लगता है। चिन्ता, अवसाद, तनाव जैसी कई विकास में बाधा बनी दिक्कतें तो अपने आप दूर होने लगती हैं।
कैसे जँचवाएँ अपना नाम? : इसके लिए सबसे पहले आपको खुद से सवाल करना होगा कि क्या आपका भरोसा न्यूमेरोलॉजी में है? अगर हाँ, तो फिर दूसरा सवाल कि जिस न्यूमेरोलॉजिस्ट के पास आप जा रहे हैं, क्या आपको उसपर विश्वास है? अगर इसका भी उत्तर "हाँ" में है तो आप अपने नाम की जांच करवा सकते हैं लेकिन ध्यान रहे कि यदि आप ज्योतिष, ज्योतिषी को नहीं मानने वाले हैं तो ये बिल्कुल मत करें कि अपने नाम को जँचाने की जगह आप अंक ज्योतिष विधा या अंक ज्योतिषी को ही जाँचने लगें! क्योंकि चिकित्सक, ज्योतिष, इन दोनों के पास आप जैसी भावना लेकर जाते हैं, आपको उसी के अनुरूप फल मिलता है। सो अगर भरोसा नहीं है तो अपना या औरों का वक्त बर्बाद कतई न करें।
आशा है कि इस आलेख को पढ़कर गृहिणियों, बुजुर्गों, छात्र-छात्राओं समेत हर वर्ग को अपने जीवन में सफलता के रास्ते खोजने का तरीका मिला होगा और इसका उपयोग सकारात्मकता लाने के लिए किया जाएगा।
आलेख- कुमार गौरव अजीतेंदु, स्वतंत्र लेखक, अंक ज्योतिषी