मूल- 28 नवंबर से प्रारंभ- 30 नवंबर को समाप्त, 6 दिसंबर से प्रारंभ- 9 दिसंबर को समाप्त
अमावस्या- 7 दिसंबर
ग्रहाचार: सूर्य-वृश्चिक राशि में, चंद्र- (सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं), मंगल-कुंभ राशि में, बुध-वृश्चिक राशि में, गुरु-वृश्चिक राशि में, शुक्र-तुला राशि में, शनि-धनु, राहु-कर्क, केतु-मकर
व्रत/त्योहार: 26 नवंबर- संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत (चंद्रोदय रात्रि 8 बजकर 51 मिनट), 29 नवंबर- श्री काल भैरव अष्टमी, 7 दिसंबर -गुरु उदय पूर्व।
(विशेष- उपर्युक्त गणनाओं में पंचांग भेद होने पर तिथियों/योगों में परिवर्तन संभव है।)