मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष का 'पाक्षिक-पंचांग' : 29 नवंबर को भैरव अष्टमी, 7 दिसंबर को अमावस्या

'वेबदुनिया' के पाठकों के लिए 'पाक्षिक-पंचांग' श्रृंखला में प्रस्तुत है मार्गशीर्ष (अगहन) कृष्ण पक्ष का पाक्षिक पंचांग-
 
संवत्सर- विरोधकृत 
संवत्- 2075 शक संवत् :1940
माह-मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष- कृष्ण पक्ष (24 नवंबर से 7 दिसंबर)
ऋतु: हेमंत
रवि: दक्षिणायने
गुरु तारा- उदित स्वरूप (7 दिसंबर से उदित स्वरूप रहेगा)
शुक्र तारा- उदित स्वरूप
सर्वार्थ सिद्धि योग- 24 नवंबर, 28 नवंबर, 2 दिसंबर, 5 दिसंबर, 6 दिसंबर 
अमृतसिद्धि योग- 24 नवंबर, 2 दिसंबर, 7 दिसंबर
द्विपुष्कर योग- 24 नवंबर  
त्रिपुष्कर योग- 13 नवंबर 
रविपुष्य योग- अनुपस्थित
गुरुपुष्य योग- अनुपस्थित
एकादशी- 3 दिसंबर (उत्पन्ना एकादशी व्रत)
प्रदोष- 4 दिसंबर (भौम प्रदोष व्रत)
भद्रा- 25 नवंबर (उदय-अस्त), 28 नवंबर (उदय)- 29 नवंबर (अस्त), 1 दिसंबर (उदय)-2 दिसंबर (अस्त), 5 दिसंबर (उदय-अस्त)
पंचक- 15 नवंबर से प्रारंभ- 20 नवंबर को अस्त
मूल- 28 नवंबर से प्रारंभ- 30 नवंबर को समाप्त, 6 दिसंबर से प्रारंभ- 9 दिसंबर को समाप्त
अमावस्या- 7 दिसंबर
ग्रहाचार: सूर्य-वृश्चिक राशि में, चंद्र- (सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं), मंगल-कुंभ राशि में, बुध-वृश्चिक राशि में, गुरु-वृश्चिक राशि में, शुक्र-तुला राशि में, शनि-धनु, राहु-कर्क, केतु-मकर
व्रत/त्योहार: 26 नवंबर- संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत (चंद्रोदय रात्रि 8 बजकर 51 मिनट), 29 नवंबर- श्री काल भैरव अष्टमी, 7 दिसंबर -गुरु उदय पूर्व।
 
(विशेष- उपर्युक्त गणनाओं में पंचांग भेद होने पर तिथियों/योगों में परिवर्तन संभव है।)
 
- ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया 
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र 
सम्पर्क: [email protected]
 

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