शुक्र तारा- उदित स्वरूप
सर्वार्थ सिद्धि योग- 23 मार्च, 25 मार्च, 30 मार्च, 4 अप्रैल, 5 अप्रैल
अमृतसिद्धि योग- अनुपस्थित
द्विपुष्कर योग- अनुपस्थित
त्रिपुष्कर योग- अनुपस्थित
रविपुष्य योग- अनुपस्थित
भद्रा- 23 मार्च (उदय-अस्त), 26 मार्च (उदय)- 27 मार्च (अस्त), 30 मार्च (उदय-अस्त), 3 अप्रैल (उदय-अस्त)
पंचक: 1 अप्रैल को प्रारंभ
मूल- 26 मार्च से प्रारंभ- 28 मार्च को समाप्त
अमावस्या- 5 अप्रैल
ग्रहाचार: सूर्य- मीन, चंद्र- (सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं), मंगल-वृष, बुध-कुंभ, गुरु-वृश्चिक (29 मार्च से धनु राशि में), शुक्र-कुंभ, शनि-धनु, राहु-मिथुन, केतु-धनु