मान्यता के अनुसार, संसार में इस एकादशी के बराबर कोई पुण्य नहीं। जो भक्त कठिन तपस्याओं के द्वारा फल प्राप्त करते हैं, वही फल इस एकादशी के दिन शेषनाग पर शयन करने वाले श्री विष्णु को नमस्कार करने मात्र से ही मिल जाते हैं और सभी पापों से मुक्ति देता है।
यहां पढ़ें पापांकुशा एकादशी व्रत के शुभ मुहूर्त-
पंचांग के अनुसार पापाकुंशा एकादशी तिथि का प्रारंभ 15 अक्टूबर 2021, शुक्रवार को शाम 06.05 मिनट से होगा। और एकादशी तिथि का समापन शनिवार, 16 अक्टूबर 2021 को शाम 05.37 मिनट पर होगा।