पौष मास का पाक्षिक-पंचांग: पढ़ें आगामी त्योहार और ग्रह परिवर्तन के विशेष योग
'वेबदुनिया' के पाठकों के लिए 'पाक्षिक-पंचाग' श्रंखला में प्रस्तुत है पौष कृष्ण पक्ष का पाक्षिक पंचांग-
'पाक्षिक-पंचांग': पौष कृष्ण पक्ष संवत्सर- परिधावी
संवत्- 2076 शक संवत् :1941
माह-पौष
पक्ष-कृष्ण पक्ष (13 दिसंबर से 26 दिसंबर तक)
ऋतु: हेमन्त-शिशिर (22 दिसंबर से शिशिर ऋतु प्रारंभ)
रवि: दक्षिणायणे
गुरु तारा- उदित स्वरूप (14 दिसंबर से पश्चिम में अस्त)
शुक्र तारा- उदित स्वरूप
सर्वार्थ सिद्धि योग- 13 दिसंबर, 15 दिसंबर, 21 दिसंबर, 23 दिसंबर
अमृतसिद्धि योग-अनुपस्थित-
द्विपुष्कर योग- अनुपस्थित
त्रिपुष्कर योग- 14 दिसंबर, 22 दिसंबर
रविपुष्य योग- 15 दिसंबर
गुरुपुष्य योग- अनुपस्थित
एकादशी- 22 दिसंबर (सफला एकादशी व्रत)
प्रदोष- 23 दिसंबर (सोम प्रदोष)
भद्रा- 14 दिसंबर (उदय-अस्त), 17 दिसंबर (उदय)-18 दिसंबर (अस्त), 20 दिसंबर (उदय)- 21 दिसंबर (अस्त), 24 दिसंबर (उदय-अस्त)
पंचक: अनुपस्थित
मूल- 15 दिसंबर को प्रारंभ- 17 दिसंबर को समाप्त, 24 दिसंबर से प्रारंभ- 26 दिसंबर को समाप्त
अमावस्या- 26 दिसंबर
ग्रहाचार: सूर्य-धनु, चंद्र-(सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं), मंगल-तुला (25 दिसंबर रात्रि 9:30 से वृश्चिक राशि में), बुध- वृश्चिक (25 दिसंबर से धनु राशि में), गुरु-धनु, शुक्र-मकर, शनि-धनु, राहु-मिथुन, केतु- धनु
व्रत/त्योहार: 15 दिसंबर- श्रीगणेश चतुर्थी व्रत (चंद्रोदय रात्रि 8:52 मि.)
19 दिसंबर- श्री कालाष्टमी, 26 दिसंबर- कंकण खण्डग्रास सूर्यग्रहण
(निवेदन-उपर्युक्त गणनाओं में पंचांग भेद होने पर तिथियों/योगों में परिवर्तन संभव है।)
- ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
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