सुबह का चौथा प्रहर : दिन के चौथे और अंतिम प्रहर को सायंकाल कहते हैं। दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे के बीच का समय सायंकाल का होता है। यह प्रहर सात्विक तो होता है लेकिन इसमें तमोगुण की प्रधानता रहती है। कहते हैं कि इस समय में जन्म लेने वाले बच्चों में कला, संगीत, फिल्म, मीडिया, ग्लैमर जैसे क्षेत्रों में रुचि रहती है। यह भी देखा गया है कि इस समय में जन्म लेने वाले बच्चों के प्रेम विवाह की संभावना भी रहती है।