Rahu Ketu Rashi Parivartan : करीब 18 साल 7 महीने बाद राहु मेष राशि में प्रवेश करेगा और केतु तुला राशि में प्रवेश करेगा। राहु हमेशा वक्री चाल ही चलता है। वक्री अर्थात उल्टी चाल में ही वह भ्रमण करता है। राहु 12 अप्रैल 2022 को सुबह 10:36 बजे वृषभ राशि से मेष राशि में गोचर करेगा, जबकि केतु वृश्चिक से निकलकर 12 अप्रैल, 2022 को सुबह 11:18 बजे तुला में गोचर करेगा। इन दोनों के गोचर से 3 राशियों को क्लेश झेलना पड़ सकता है अत: ये तीन राशि वाले लोग संभलकर रहें।
1. मेष राशि (Aries): मेष राशि के जातकों के लिए अप्रैल माह 2022 में राहु लग्न राशि के दूसरे भाव से निकलकर पहले में गोचर करेगा। उसे समय केतु सप्तम भाव में होगा। ऐसे में आपको अपमान या अचानक किसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा यहां स्थित राहु रोग और दुःख भी देता है। यह आपके जीवन के हर क्षेत्र में उथल-पुथल मचा देगा। लग्न में राहु है तो सूर्य कहीं भी हो तो उसे ग्रहण माना जाता है।
7. तुला राशि (Libra): राहु आपकी राशि के आठवें भाव से निकलकर सातवें भाव में प्रवेश करेगा। उस समय केतु लग्न में होगा। सप्तम भाव दांपत्य जीवन और साझेदारी के व्यापार का भाव है। ऐसे में व्यापार में या तो अचानक लाभ होगा या अचानक बहुत ज्यादा हानि होगी। नौकरी में भी भी यह परिर्वतन के योग बनाएगा। व्यापार में नई रणनीति बनने की संभावना है। यात्रा के योग बन रहे हैं। दांपत्य जीवन में सतर्क रहने की जरूरत है।
4. धनु राशि : आपकी राशि में राहु छठे के बाद अप्रैल 2022 में पंचम भाव में प्रवेश करेगा। उस समय केतु आय के एकादश भाव में होगा। पंचम इस भाव में राहु आय और व्यापार में तो शुभ फल प्रदान करता है लेकिन प्रेम संबंधों, परिवार, बच्चों और शेयर बाजार आदि कार्यों के लिए अच्छा नहीं होता है। यह गृह कलेश बढ़ा सकता है और अचानक से धन हानि भी कर सकता है।