रवि-पुष्य नक्षत्र को विशेष लाभदायी बनाना है तो खरीदें सोने-चांदी के आभूषण, पढ़ें ये अचूक मंत्र

पौराणिक शास्त्रों के अनुसार रवि-पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग समस्त शुभ कार्यों के शुभारंभ के लिए अतिउत्तम माना गया है। जून महीने में 17 जून 2018, रविवार को रवि-पुष्‍य का शुभ संयोग बन रहा है। इस योग में सोने-चांदी के आभूषण, प्रॉपर्टी, वाहन आदि की खरीदारी करना लाभदायक होता है। इस नक्षत्र में गृहप्रवेश करना भी शुभ माना जाता है। 
 
आपको कोई नया कार्य आरंभ करना हो और यदि अच्छा मुहूर्त नहीं मिल रहा हो तो ऐसी स्थिति में भी रवि-पुष्य का यह शुभ संयोग सभी कार्यों के लिए लाभकारी माना गया है। 
 
रवि-पुष्य नक्षत्र में नया व्यापार-व्यवसाय शुरू करना सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस नक्षत्र का उपयोग अपनी आकर्षण शक्ति बढ़ाने के लिए कर सकते हैं, जो भी काफी प्रभावशाली माना गया है। नीचे दिए गए मंत्रों से आप अपनी आकर्षण शक्ति बढ़ाकर किसी भी व्यक्ति विशेष को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए इन मंत्रों को प्रयोग में ला जाते हैं। 
 
*  आकर्षण मंत्र 1- 'केशवी केशवाराध्या किशोरी केशवस्तुता, रूद्र रूपा रूद्र मूर्ति: रूद्राणी रूद्र देवता।' 
 
* आकर्षण मंत्र 2- 'ॐ क्लीं कृष्णाय गोपीजन वल्लभाय स्वाहा:' 
 
* रवि-पुष्य के शुभ संयोग में धन की देवी मां लक्ष्मीजी के धन प्राप्ति मंत्र का कमलगट्टे की माला से 108 बार जप करें। 
 
- मंत्र 'ॐ श्रीं श्रीये नम:'।


* इसके साथ ही रवि-पुष्‍य योग के दिन से अथाह धन लक्ष्मी की प्रप्ति के लिए विष्णु और लक्ष्मीजी की मूर्ति या फोटो के आगे 'ॐ लक्ष्मी नारायणाय नमः' मंत्र का 3 माला जाप (स्फटिक माला) करें।

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