31 जुलाई को अंगारक चतुर्थी, राशि अनुसार ऐसे करें श्री गणेश को प्रसन्न

श्री गणेश चतुर्थी का जो महत्व है उससे लाखों गुना महत्व अंगारक चतुर्थी का है। जो चतुर्थी मंगलवार के दिन आती है उसे अंगारक चतुर्थी कहा जाता है। इस बार 31 जुलाई को आने वाली अंगारक चतुर्थी का महत्व इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि सावन के पवित्र माह में आ रही है। आइए जानें इस विशेष चतुर्थी पर अपनी राशिनुसार कैसे करें भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न... 
 
मेष राशि : मेष राशि वालों को 'वक्रतुण्ड' रूप में गणेश जी की आराधना करनी चाहिए और 'गं' या 'ॐ वक्रतुण्डाय हूं' मंत्र की एक माला जप कर गुड़ का भोग लगाना चाहिए। 
 
वृषभ राशि : वृषभ राशि वालों को गणेशजी के 'शक्ति विनायक' रूप की आराधना करना चाहिए और उन्हें भी 'गं' या 'ॐ हीं ग्रीं हीं' मंत्र की एक माला जपकर घी में मिश्री मिलाकर भोग लगाएं। 
 
मिथुन राशि : मिथुन राशि वाले गणेशजी की आराधना 'लक्ष्मी गणेश' के रूप में करें। गणेशजी के लिए मूंग के लड्डू बनाएं और 'श्रीगणेशाय नम: या 'ॐ गं गणपतये नमः' मंत्र की एक माला जपें।
 
कर्क राशि : कर्क राशि वालों को 'वक्रतुण्ड' रूप में गणेशजी की पूजा करना चाहिए और उन्हें 'ॐ वरदाय न:' या 'ॐ वक्रतुण्डाय हूं' की एक माला जपना चाहिए। पूजन के दौरान गणेशजी को सफेद चंदन लगाकर सफेद फूल चढ़ाएं। 
 
सिंह राशि : सिंह राशि वालों को 'लक्ष्मी गणेश' रूप में गणेशजी की पूजा-अर्चना करनी चाहिए और उन्हें लाल पुष्प चढ़ाकर मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाएं। 'ॐ सुमंगलाय नम:' मंत्र की एक माला का जाप करना चाहिए। 
 
कन्या राशि : कन्या राशि के जातकों को भी गणेशजी के 'लक्ष्मी गणेश' रूप का ध्यान करना चाहिए। पूजन के दौरान दुर्वा के 21 जोड़े अर्पित कर 'ॐ चिंतामण्ये नम:' मंत्र की एक माला जपना चाहिए। 
 
तुला राशि : तुला राशि वाले लोगों को 'वक्रतुण्ड' रूप में गणेशजी की पूजा करना चाहिए और पूजा के दौरान गणेशजी को 5 नारियल का भोग लगाएं। तत्पश्चात्य एक माला 'ॐ वक्रतुण्डाय नम:' मंत्र का जप करें। 
 
वृश्चिक राशि : वृश्चिक राशि मंगल की राशि है अत: इस राशि वाले जातकों को 'श्वेतार्क गणेश' रूप की पूजा करनी चाहिए तथा पूजा में सिंदूर और लाल फूल अर्पित करना चाहिए। 'ॐ नमो भगवते गजाननाय' मंत्र की एक माला जपें। 
 
धनु राशि : 'ॐ गं गणपते मंत्र' का जप करें। गणेशजी को पीले फूल चढ़ाकर बेसन के लड्डुओं का भोग लगाएं। धनु राशि वालों को गणेशजी के 'लक्ष्मी गणेश' रूप की पूजा करनी चाहिए।
 
मकर राशि : 'शक्ति विनायक' गणेश की आराधना करें। पूजन के दौरान गणेशजी को पान, सुपारी, इलायची व लौंग अर्पित करें और 'ॐ गं नम:' मंत्र की एक माला जपें। 
 
कुंभ राशि : कुंभ राशि वालों को भी 'शक्ति विनायक' गणेशजी की पूजा करना चहिए और 'ॐ गण मुक्तये फट्‍ मंत्र की एक माला जपना चाहिए। 
 
मीन राशि : मीन राशि वाले जातक 'हरिद्रा गणेश' की पूजा करना चाहिए। 'ॐ गं गणपतये नमः' या 'ॐ अंतरिक्षाय स्वाहा' मंत्र की एक माला चतुर्थी के दिन जपना चाहिए। पूजा के दौरान शहद और केसर का भोग लगाएं।
 

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