आज और कल श्रावण शिवरात्रि, गुरु पुष्य का शुभ संयोग, शिव प्रसन्न होकर देते हैं आशीष, खरीद सकते हैं पवित्र चीजें

9 अगस्त 2018 को कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि व मास शिवरात्रि है। आज श्रावण मास की पवित्र शिवरात्रि है। सावन के महीने में आने वाली शिवरात्रि का विशेष महत्व माना गया है। आज त्रयोदशी तिथि भी है जो रात 10 बजकर 45 मिनट तक है। इसके बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी। मध्यरात्रि में चतुर्दशी तिथि होने से शिवरात्रि भी कल की मानी जाएगी। 
 
इस दिन रात्रि जागरण और शिवजी की पूजा मोक्षदायिनी मानी जाती है। आज गुरुवार है और पुष्य नक्षत्र भी लग रहा है जिससे गुरुपुष्य योग भी बन रहा है। शिवरात्रि, त्रयोदशी और गुरु पुष्य योग इन तीन संयोगों के कारण इस साल सावन शिवरात्रि का महत्व काफी बढ़ गया है। 
 
सावन मास में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन संध्या काल में शिवजी की पूजा और जलाभिषेक बहुत ही शुभ फलदायी माना गया है। इस समय को प्रदोष काल माना गया है, जब भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न मुद्रा में नृत्य करते हैं। भरपूर आशीर्वाद प्रदान करते हैं। इस समय शिवजी और देवी पार्वती की पूजा से मनोकामना पूरी होती है ऐसा शिव पुराण में बताया गया है। कहते हैं सृष्टि के अंत में प्रदोष काल में ही शिवजी सृष्टि का अंत करेंगे।
 
9 तारीख को मास शिवरात्रि के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग भी बना है, जो इस दिन के महत्व को और भी बढ़ा रहा है। इस योग के कारण कोई भी शुभ काम करना सफलतादायक होगा। इस दिन चंद्रमा का संचार मध्यरात्रि में कर्क राशि में होगा। इस समय शिवजी की पूजा से मानसिक बल बढ़ेगा। कुंडली में चंद्रमा की स्थिति अच्छी होगी।
 
सावन शिवरात्रि के दिन गुरु पुष्य योग भी बन रहा है। इस योग को सुख समृद्धि कारक माना जाता है। इस शुभ योग में आप चांदी, वस्त्र, पूजा सामग्री, सोना, वाहन, घर खरीद सकते हैं। कोई नया काम शुरू करना भी शुभ रहेगा।

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