तारे-सितारे : शनि करेगा जन-धनहानि

14 मार्च 2015 से शनि वक्री होकर 2 अगस्त 2015 को मार्गी होगा, इस समय पश्चिमी देशों के लिए  तूफान आदि प्राकृतिक आपदाओं से हानि के योग हैं। 
14 मार्च 2015 से अनुराधा ज्येष्ठा नक्षत्र में गोचर करता हुआ शनि 26 जनवरी 2017 तक रहेगा। 9  जनवरी 2016 से 11 अगस्त 2017 तक गुरु-राहु की सिंह राशि में युति होने से एवं गुरु-राहु से शनि का वृश्चिक राशि में चौथे स्थान में गोचर करना पृथ्वीवासियों के लिए अनुकूल नहीं है। 
 
अर्थात 2015-16 दोनों वर्षों में प्राकृतिक आपदाओं से पूर्व, उत्तर एवं पश्चिम दिशा के राज्यों एवं राष्ट्रों में  प्रकृति द्वारा तूफान आदि से हानि एवं बड़ी आतंकवादी घटनाओं से भी हानि के योग हैं। 
 
पश्चिमी राष्ट्रों में युद्ध जैसे हालात से भारत को भी सावधान रहने की आवश्यकता है। चीन, पाकिस्तान,  भारत के लिए चिंताकारक परिस्थितियों का निर्माण करेंगे। पूर्व व उत्तर के राज्यों में हिंसा बढ़ेगी। दंगों से  हानि के योग हैं।
 
नवंबर-दिसंबर 2015 में दिल्ली अथवा दिल्ली की सीमाओं के राज्यों में कोई बड़ी हृदय-विदारक घटना  घटित हो सकती है। इन 2 वर्षों में ग्रह-नक्षत्र के अनुसार भारत सरकार को देश की सुरक्षा के कड़े  इंतजाम करने चाहिए।

 

वेबदुनिया पर पढ़ें