1. शुद्ध स्नान करके पुरुष पूजा कर सकते हैं।
2. महिला शनि चबूतरे पर नहीं जाएं। मंदिर हो तो स्पर्श न करें।
3. अगर आपकी राशि में शनि आ रहा है तो शनि को अवश्य पूजें।
4. अगर आप साढ़ेसाती से ग्रस्त हो तो शनिदेव का पूजन करें।
5. यदि आपकी राशि का अढैया चल रहा हो तो भी शनि देव की आराधना करें।
6. यदि आप शनि दृष्टि से त्रस्त एवं पीड़ित हो तो शनिदेव की अर्चना करें।
7. यदि आप कारखाना, लोहे से संबद्ध उद्योग, ट्रेवल, ट्रक, ट्रांसपोर्ट, तेल, पेट्रोलियम, मेडिकल, प्रेस, कोर्ट-कचहरी से संबंधित हो तो आपको शनिदेव मनाना चाहिए।
9. यदि आपका पेशा वाणिज्य, कारोबार है और उसमें क्षति, घाटा, परेशानियां आ रही हों तो शनि की पूजा करें।
10. अगर आप असाध्य रोग कैंसर, एड्स, कुष्ठरोग, किडनी, लकवा, साइटिका, हृदयरोग, मधुमेह, खाज-खुजली जैसे त्वचा रोग से त्रस्त तथा पीड़ित हो तो आप श्री शनिदेव का पूजन-अभिषेक अवश्य कीजिए।
11. सिर से टोपी आदि निकालकर ही दर्शन करें।
12. जिस भक्त के घर में प्रसूति सूतक या रजोदर्शन हो, वह दर्शन नहीं करता।