शनि-जयंती पर अपनी राशि अनुसार ही करें दान-पूजन-आराधना
ज्येष्ठ अमावस्या 15 मई 2018 मंगलवार को शनि-जयंती है। इस दिन भगवान शनि का पूजन करने से जातक की सारी परेशानी दूर हो जाती है। शनि की साढ़ेसाती जिन लोगों को चल रही है उन जातकों को शनि जयंती के दिन अवश्य शनिदेव की पूजन-अर्चना करना चाहिए एवं शनि का दान करना चाहिए।
जानिए शनि देव कौन है एवं उनका क्या स्वभाव है-
शनि देव भगवान सूर्य के पुत्र है, शनि मकर राशि एवं कुंभ राशि के स्वामी है, ग्रहों में बुध और शुक्र इनके मित्र है, सूर्य,चन्द्र और मंगल शत्रु है एवं गुरु से इनका समभाव है।
कुंडली में तीसरे, छठवें और ग्यारहवें में हो तो जातक को अतिश्रेष्ठ फल देते हैं, कुंडली के अन्य किसी भी भाव में हो, तो शनि शुभ फल नहीं देते।