सावन के पवित्र माह में भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए मुख्यत: 3 प्रकार के व्रत रखे जाते हैं। सभी व्रत में नियम से 'ॐ नम: शिवाय' का जाप करें।
सावन सोमवार व्रत : श्रावण मास में सोमवार के दिन जो व्रत रखा जाता है उसे सावन सोमवार व्रत कहा जाता है।
सोलह सोमवार व्रत : 16 सोमवार व्रत से भगवान शिव व मां पार्वती बेहद प्रसन्न होते हैं। माना जाता है कि सावन के पवित्र माह में 16 सोमवार के व्रत प्रारंभ करने से शुभफल व मनवांछित फल प्राप्त होता है।
प्रदोष व्रत : सावन में भगवान शिव एवं मां पार्वती का आशीर्वाद पाने के लिए प्रदोष व्रत प्रदोषकाल तक रखा जाता है।
व्रत का संकल्प लेने के लिए शिव मंदिर में जाकर भगवान शिवलिंग को दूध चढ़ाएं व व्रत वाले दिन कम से कम में 2 बार (सुबह और सायं) भगवान शिव की प्रार्थना करें।
पूजा के लिए तिल के तेल का दीया जलाएं और भगवान शिव को पुष्प अर्पण करें। मंत्रोच्चार सहित शिव को सुपारी, पंच अमृत, नारियल एवं बेल की पत्तियां चढ़ाएं।
सावन सोमवार के व्रत के दौरान सावन व्रतकथा का पाठ अवश्य करें। यदि उपवास कर सकें तो और भी अच्छा।