20 सितंबर 2021, दिन सोमवार, तिथि भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से पितृ पक्ष आरंभ हो रहा है। इस पक्ष में अगले सोलह दिनों तक पूर्वजों का तर्पण किया जाएगा। मान्यता के अनुसार आश्विन कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से अमावस्या तक पितरों की श्राद्ध करने की परंपरा है।
श्राद्ध पक्ष को 16 श्राद्ध कहा जाता है, जो भाद्रपद माह की पूर्णिमा से प्रारंभ होता है तथा पूरे 16 दिन आश्विन की अमावस्या तक माना जाता है। इन 16 दिन श्राद्ध-तर्पण इत्यादि कार्य किए जाते हैं। जिस तिथि पर पूर्वजों की मृत्यु हुई थी, उस तिथि पर घरों में विशेष पूजा-अर्चना के साथ नदी, तालाब आदि स्थानों पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तर्पण करके उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है।
* उसके बाद स्वयं भोजन ग्रहण करें।
* पितृ पक्ष में जीरा, काला नमक, चना, दाल, लौकी, खीरा, सरसों का साग आदि कुछ चीजों को खाने की मनाई है।