इस दिन आवश्यक रूप से घी का प्रयोग किया जाता है, इसीलिए इस संक्रांति को घी संक्रांति (ghee sankranti 2022) भी कहा जाता है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार भगवान सूर्य को पांच देवों में से एक देव माना जाता है, अत: किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत के समय श्री गणेश, शिव जी, विष्णु जी, मां दुर्गा तथा सूर्यदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है।