Shubh Muhurat April 2023: नए सप्ताह के सर्वश्रेष्ठ शुभ मुहूर्त पढ़ने के लिए क्लिक करें (17 से 23 अप्रैल)
weekly muhurat in hindi : अप्रैल माह का नया सप्ताह इस बार 17 तारीख शुरू हो रहा है, जो कि 23 अप्रैल 2023 तक जारी रहेगा। वेबदुनिया के प्रिय पाठकों के लिए साप्ताहिक मुहूर्तों की श्रृंखला में यहां प्रस्तुत हैं अप्रैल महीने के नए हफ्ते के शुभ मुहूर्त के बारे में जानकारी। जानिए यहां इस हफ्ते होने वाले ग्रह परिवर्तन, त्योहार तथा आने वाले विशेष दिवस से संबंधित हर जानकारी ....
(साप्ताहिक मुहूर्त : 17 अप्रैल से 23 अप्रैल 2023 तक)
17 अप्रैल 2023, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-ब्रह्म
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-सोम प्रदोष/व्यापार मुहूर्त
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-शिवजी का दुग्धाभिषेक करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
18 अप्रैल 2023, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-ऐंन्द्र
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-मूल प्रारंभ/सर्वार्थसिद्धि योग/मास शिवरात्रि
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में बूंदी के लड्डू चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
19 अप्रैल 2023, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रेवती
योग (सूर्योदयकालीन)-वैधृति
करण (सूर्योदयकालीन)-शकुनि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-पितृकार्य अमावस्या/पंचक समाप्त
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-पीपल के नीचे पंचमुखा दीपक प्रज्वलित कर मिष्ठान व जल भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
20 अप्रैल 2023, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-ग्रीष्म
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अमावस
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अश्विनी
योग (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
करण (सूर्योदयकालीन)-नागव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-देवकार्य अमावस्या/सर्वार्थसिद्धि योग/स्नान-दान अमावस/श्रीशुकदेव जयंती/ग्रीष्म ऋतु प्रारंभ
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-विप्र को भोजन उपरान्त केसर भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
21 अप्रैल 2023, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-प्रतिपदा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-भरणी
योग (सूर्योदयकालीन)-प्रीति
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृषभ
व्रत/मुहूर्त-ऋषि पाराशर जयंती/चंद्रदर्शन मुहूर्त
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-लक्ष्मी मंदिर में इत्र चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
22 अप्रैल 2023, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन-कृत्तिका
योग (सूर्योदयकालीन)-आनन्द
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृषभ
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/श्री परशुराम जयंती
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में इमरती चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
23 अप्रैल 2023, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-तृतीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रोहिणी
योग (सूर्योदयकालीन)-सौभाग्य
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृषभ
व्रत/मुहूर्त-श्री अक्षय तृतीया (आखातीज)/भद्रा
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में जल कुम्भ (पानी से भरा घड़ा) चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
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